New Delhi : कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए आज यानी 30 सितंबर को नामांकन करने की आखिरी तारीख है. वहीं नामांकन पत्र वापस लेने की अंतिम तिथि आठ अक्टूबर है. जिसके बाद 17 अक्टूबर को मतदान होगा और 19 अक्टूबर को मतगणना के बाद परिणाम घोषित होंगे. बता दें कि इस रेस में शशि थरूर, दिग्विजय सिंह, मल्लिकार्जुन खड़ेग और कुमारी शैलजा शामिल हैं. जो आज अपना नामांकन दाखिल कर सकते हैं. पढ़ें – आरा : अपराधियों ने भाजपा नेता को मारी गोली, पुलिस मामले की जांच में जुटी
इसे भी पढ़ें – रहते हैं लातेहार में, आधार में दर्ज होता है गुमला
सीएम अशोक गहलोत अध्यक्ष पद की रेस से बाहर
वहीं राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत अब अध्यक्ष पद की रेस से बाहर हो गये हैं. कयास लगाये जा रहे थे कि अशोक गहलोत गांधी परिवार के लिए एकदम फिट उम्मीदवार साबित हो सकते हैं. लेकिन अशोक गहलोत ने गुरुवार को रेस से खुदको बाहर करते हुए हाई कमान से माफी भी मांगी है. रेस के बाहर होने के बाद पार्टी के दलित नेता मुकुल वासनिक की भी चर्चा है. लेकिन मुकुल वासनिक आज नामांकन दाखिल करेंगे या नहीं, इसपर फैसला नहीं हुआ है. शशि थरूर, दिग्विजय सिंह, मल्लिकार्जुन खड़ेग और कुमारी शैलजा के अलावा कुछ अन्य नेता हैं. जिनका अध्यक्ष पद की रेस में नाम आ रहा है. इनमें मीरा कुमार, मुकुल वासनिक शामिल हैं.
गहलोत अध्यक्ष के साथ- साथ सीएम भी बने रहना चाहते है
अशोक गहलोत के रेस से बाहर होने का सबसे बड़ा कारण राजस्थान नहीं छोड़ना है. अशोक गहलोत अध्यक्ष के साथ- साथ सीएम भी बने रहना चाहते है. जिससे लेकर उन्होंने हाईकमान के पास शर्त भी रखी थी. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक अशोक गहलोत सचिन पायलट को सीएम बनने से रोकने के लिए हर संभव कोशिश कर रहे हैं. हालांकि इस बीच अशोक गहलोत की सीएम की कुर्सी पर भी खतरा मंडरा रहा है. उनकी कुर्सी को लेकर पार्टी की तरफ से 8 अक्टूबर को फैसला आ सकता है.
इसे भी पढ़ें – कामरेड के हाथ में भगवा झंडा
दिग्विजय सिंह आज करेंगे नामांकन
वहीं पार्टी के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह अध्यक्ष पद के लिए आज नामांकन करेंगे. हालांकि यह अभी साफ नहीं है कि दिग्विजय को पार्टी हाई कमान का समर्थन हासिल है या नहीं. दिग्विजय सिंह ने गुरुवार को कहा था कि उन्होंने इस बारे में गांधी परिवार के सदस्यों से कोई चर्चा नहीं की है. बता दें कि दिग्विजय सिंह राहुल गांधी के साथ भारत जोड़ो यात्रा के हिस्सा थे, वहीं अध्यक्ष बनने के लिए उन्होने भारत जोड़ो यात्रा को छोड़ कर दिल्ली वापस लौट आये हैं.
इसे भी पढ़ें – स्कंदमाता की अराधना से होगी संतान की प्राप्ति, केला और नारंगी रंग है मां को प्रिय