New Delhi : प्रधानमंत्री मोदी चुनाव प्रचार के लिए आज रविवार को मध्य प्रदेश पहुंचे तो कांग्रेस ने उनसे कई सवाल किये. पूछा कि महाकाल लोक भ्रष्टाचार की जांच का क्या हुआ. उसका कुछ अता-पता क्यों नहीं है? साथ ही कांग्रेस ने सवाल किया कि भाजपा शासित राज्य में दलितों के खिलाफ अपराध दर क्यों सबसे ज़्यादा है? कांग्रेस महासचिव (संचार) जयराम रमेश ने प्रधानमंत्री से मध्य प्रदेश में आदिवासी समुदायों को न्याय प्रदान करने के संबंध में उनकी पार्टी द्वारा उठाये गये कदमों पर सवालिया निशान लगाया. रमेश ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर पोस्ट किया. आज प्रधानमंत्री मध्य प्रदेश जा रहे हैं. ये हैं उनसे आज के हमारे तीन सवाल : महाकाल लोक भ्रष्टाचार की जांच का क्या हुआ? नेशनल खबरों के लिए यहां क्लिक करें
आज प्रधानमंत्री मध्य प्रदेश जा रहे हैं। ये हैं उनसे आज के हमारे तीन सवाल :
1. महाकाल लोक भ्रष्टाचार की जांच का क्यों कुछ अता-पता नहीं है?
2. एमपी में दलितों के ख़िलाफ़ अपराध दर सबसे ज़्यादा है। क्यों ऐसे अपराध लगातार बढ़ रहे हैं?
3. क्यों मध्य प्रदेश सरकार ने आदिवासी…
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) April 14, 2024
मध्य प्रदेश में दलितों के खिलाफ अपराध दर सबसे ज़्यादा क्यों
मध्य प्रदेश में दलितों के खिलाफ़ अपराध दर सबसे ज़्यादा क्यों है? क्यों ऐसे अपराध लगातार बढ़ रहे हैं? क्यों मध्य प्रदेश सरकार आदिवासी समुदायों को न्याय से वंचित रखने पर अड़ी है? कांग्रेस नेता रमेश ने कहा, प्रधानमंत्री मोदी ने 11 अक्टूबर, 2022 को 850 करोड़ रुपये के महाकाल लोक कॉरिडोर का उद्घाटन किया था. इतनी अधिक लागत के बावजूद, मई 2023 में सप्तर्षियों की सात मूर्तियों में से छह केवल कुछ ही देर के लिए आये एक तूफान में टूट गयी. उन्होंने कहा, पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार ने इस योजना के लिए 350 करोड़ रुपये की मंजूरी दी थी लेकिन भाजपा के सत्ता में आने के बाद लागत बढ़कर 850 करोड़ रुपये हो गयी. फिर भी यह परियोजना एक तूफ़ान का भी सामना नहीं कर पायी. उन्होंने कहा, मध्यप्रदेश की सरकार के लोकायुक्त ने मामले का स्वत: संज्ञान लेते हुए जांच के आदेश दिये थे.
पीएम मोदी भाजपा पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों को दबा रहे हैं?
इस घटना को अब लगभग 10 महीने बीत चुके हैं लोकायुक्त जांच का क्या हुआ? किसी को ज़िम्मेदार क्यों नहीं ठहराया गया? क्या प्रधानमंत्री मोदी एक बार फ़िर भाजपा पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों को दबा रहे हैं? रमेश ने आरोप लगाया कि राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के आंकड़ों के अनुसार, मध्य प्रदेश में दलितों के ख़िलाफ़ अपराध दर देश में सबसे अधिक है उन्होंने दावा किया कि 2021 में (जिसका सबसे ताज़ा डेटा उपलब्ध है), अनुसूचित जाति के ख़िलाफ़ अपराध दर 63.6 थी, जबकि राष्ट्रीय औसत 25.3 है उन्होंने कहा कि राज्य में 2019 और 2020 में भी दलितों के ख़िलाफ़ उच्च अपराध दर थी इस अवधि में यह राष्ट्रीय औसत 22.8 और 25 के मुक़ाबले क्रमशः 46.7 और 60.8 थी उन्होंने कहा, दरअसल, दलितों के ख़िलाफ़ अपराध की दर साल-दर-साल बढ़ी है मध्य प्रदेश में भाजपा लगभग दो दशक से अधिक समय से सत्ता में है ऐसा क्यों है कि दलितों में अपनी सुरक्षा को लेकर डर बढ़ रहा है?
भाजपा सरकारें भारतीय इतिहास की सबसे ज़्यादा आदिवासी विरोधी सरकारें हैं
रमेश ने आरोप लगाया कि मध्य प्रदेश की भाजपा सरकारें भारतीय इतिहास की सबसे ज़्यादा आदिवासी विरोधी सरकारों में से एक रही हैं. क्योंकि उन्होंने सामुदायिक वन अधिकार (सीएफआर) के तहत प्रदान किये गये अधिकारों में से केवल दसवें हिस्से को मान्यता दी है. उन्होंने कहा कि ऐसा होने से आदिवासी समुदायों को आर्थिक कठिनाई और तरह-तरह के नुक़सान का सामना करना पड़ रहा है. कांग्रेस नेता रमेश ने दावा किया कि स्थानीय आदिवासी समुदायों के लगातार विरोध के बावजूद, 900 से अधिक वन गांव, कहीं अधिक स्वतंत्रता वाले नियमित राजस्व गांव’ होने के बजाय, वन विभाग के प्रशासनिक नियंत्रण में बने हुए हैं.
कांग्रेस ने हमेशा डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर का अपमान किया
प्रधानमंत्री मोदी ने रविवार को कहा कि कांग्रेस ने हमेशा डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर का अपमान किया, लेकिन उनकी सरकार ने उनका सम्मान किया है. भारत के संविधान निर्माता आंबेडकर की जयंती आज मनायी जा रही है. मध्य प्रदेश के होशंगाबाद में एक रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने यह भी कहा कि कांग्रेस ने कभी भी आदिवासियों के योगदान को मान्यता नहीं दी, लेकिन भाजपा सरकार ने उन्हें पूरा सम्मान प्रदान किया. कर्नाटक में मोदी की रैली का जिक्र करते हुए रमेश ने दावा किया कि हाल ही में भाजपा में शामिल हुए जनार्दन रेड्डी और केंद्रीय मंत्री शोभा करंदलाजे के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप हैं. उन्होंने सवाल किया, प्रधानमंत्री ने भ्रष्टाचार की जांच के घेरे में आये एक नेता को अपने मंत्रिमंडल में क्यों लिया.