Ranchi: कांग्रेस पार्टी 11 जून से राज्यभर में महंगाई के खिलाफ चरणबद्ध आंदोलन शुरू करेगी. 11 जून को राज्यभर के सभी पेट्रोल पंप के सामने पार्टी कार्यकर्ता हाथों में तख्तियां लेकर कोरोना गाइडलाइन और सामाजिक दूरी का पालन करते हुए प्रतीकात्मक रूप से विरोध प्रदर्शन करेंगे. झारखंड कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डॉ रामेश्वर उरांव की अध्यक्षता में हुई बैठक में आंदोलन की रूपरेखा तैयार की गई. रामेश्वर उरांव ने कहा कि आज पेट्रोल, डीजल और रसोई गैस की कीमत आसमान छू रही है. केंद्र सरकार ने पिछले 13 महीनों में पेट्रोल की 24.90 और डीजल 23.09 रुपये प्रति लीटर कीमत बढ़ायी गयी हैं, जो केंद्र सरकार की मुनाफाखोरी को दर्शाता है.
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7 साल में अनर्गल टैक्स लगाकर 22 लाख करोड़ का मुनाफा कमाया
रामेश्वर उरांव ने कहा कि 2014 में कच्चे तेल की कीमत जब 108 रुपये प्रति बैरल हुआ करती थी, तब यूपीए शासनकाल में पेट्रोल 71.51 पैसे प्रति लीटर और डीजल 55.49 पैसे प्रति लीटर उपलब्ध हुआ करती थी, लेकिन केंद्र की मोदी सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर 7 साल में अनर्गल टैक्स लगाकर 22 लाख करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया है, जबकि पिछले 7 सालों में कच्चे तेल 20 रुपये से 65 रुपये प्रति बैरल के नीचे आ गया. यहां तक कि एक बार तो 10 रुपये प्रति बैरल तक कच्चे तेल की कीमत हो गई थी. इसके बावजूद देश की जनता को कोई फायदा नहीं मिला उल्टे, पेट्रोल और डीजल की कीमत 100 रुपये के आसपास पहुंच गई है.
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73 साल में पहली बार पेट्रोल और डीजल की कीमत लगभग बराबर
उन्होंने कहा कि 73 वर्षों में पहली बार ऐसा हुआ है कि पेट्रोल और डीजल की कीमतें बराबर हो गई है, जिसकी वजह से खाद्य पदार्थों से लेकर हर चीज की कीमतें बढ़ गई हैं. एक अप्रैल 2014 में पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी 9.48 पैसे लिए जाते थे और आज जून 2021 में 32.90 वसूले जाते हैं. वहीं डीजल में एक अप्रैल 2014 में 3.56 से जून 2021 में एक्साइज ड्यूटी बढ़ाकर 31.80 रुपये हो गया है, जबकि रसोई गैस की कीमत 400 रुपये से बढ़कर 900 रुपये पहुंच गया है.