भाजपा नेता ने लगाए गए आरोपों को बताया निराधार
मानहानि का केस करने और समाज के लोगों से वार्ता करने की दी चेतावनी
दुकान खाली कराने में महिला ने भाजपा नेता व उनके परिजनों पर लगाया था मारपीट और अश्लील हरकत करने का आरोप
Hazaribagh : भाजपा नेता सह समाजसेवी प्रदीप प्रसाद ने अपने ऊपर लगाए गए तमाम आरोपों को निराधार और गलत बताया है. उन्होंने कहा कि जिस महिला ने मारपीट और प्राइवेट पार्ट छूने का आरोप लगाया है, वह सरासर गलत है. अगर यह आरोप सही साबित कर दिया जाए, तो वह सजा भुगतने को तैयार हैं. दरअसल प्रदीप प्रसाद शुक्रवार को अपने कार्यालय में प्रेसवार्ता कर अपनी बातें रख रहे थे. उन्होंने आरोप लगाया कि यह पूरा मामला राजनीतिक षड्यंत्र का नहीं है, बल्कि लालच को लेकर घटना को अंजाम दिया गया है. उन्होंने यह भी कहा कि मान सम्मान के साथ खिलवाड़ किया गया है. ऐसे में अब मानहानि का दावा भी करेंगे और समाज के लोगों के साथ बैठकर वार्ता भी करेंगे.
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शांति से बैठकर बात करना चाहिए था- प्रदीप प्रसाद
प्रदीप प्रसाद ने कहा कि अगर उन्हें जमीन खाली करानी थी, तो शांति के साथ बैठकर बात करना चाहिए था. अब प्रदीप प्रसाद इस मामले को लेकर न्यायालय जाने की बात कही है. उन्होंने कहा है कि न्यायालय का जो आदेश होगा, उसे स्वीकार किया जाएगा. वहीं उन्होंने वायरल वीडियो पर कहा है कि उसमें देखा जा सकता है कि परिवार के लोगों ने मारपीट नहीं की है और रही उनकी बात, तो उस समय वह दिल्ली में थे.
मंशा छवि धूमिल कर दुकान खाली करवाने की थी- प्रदीप प्रसाद
12 जुलाई को भाजपा नेता प्रदीप प्रसाद के छोटे भाई चाबी के अभाव में ताला तोड़कर दुकान की साज-सज्जा करवाना चाह रहा था. इसी क्रम में रंजीव रंजन श्रीवास्तव, संजय श्रीवास्तव, पूर्णिमा श्रीवास्तव, पति राजीव रंजन श्रीवास्तव, हेमा श्रीवास्तव पति संजय श्रीवास्तव आए और वहां उपस्थित लोगों से हाथापाई करने लगे. बीच-बचाव करने आए लोगों पर भी उनलोगों ने हमला कर दिया. इससे स्पष्ट है कि यह प्रकरण सिर्फ और सिर्फ छवि को धूमिल कर दुकान खाली करवाने की थी.
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