Ranchi : झारखंड विधानसभा सत्र से पहले अनुबंध स्वास्थ्य कर्मी स्थानीय विधायकों को अपनी समस्याओं से अवगत करायेंगे. जिला कमिटी के माध्यम से विधायकों को ज्ञापन सौंप कर मामले को विधानसभा में उठाने की मांग करेंगे. बीते 33 दिन से अनुबंधित पारा चिकित्सा कर्मी अपने स्थायीकरण की मांग को लेकर राजभवन के समक्ष धरने पर हैं. इनमें एनआरएचएम के तहत संविदा पर बहाल एएनएम-जीएनएम, लैब टेक्नीशियन, फार्मासिस्ट, एक्स-रे टेक्नीशियन शामिल व अन्य कर्मी शामिल हैं.
एक सूत्री मांग, स्थायी करे राज्य सरकार
अपनी एक सूत्री मांग 2014 नियमावली के तहत सीधा समायोजन के लिए अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी है. शनिवार को 24 जिलों से आए सैकड़ों पारा चिकित्सा कर्मियों ने आंदोलन स्थल पर पहुंच कर अपनी एकजुटता का परिचय दिया. कर्मियों ने एक स्वर में निर्णय लिया कि जब तक मांग पर कोई सकारात्मक पहल नहीं होती है, तब तक अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी रहेगी. संघ की महासचिव वीणा सिंह ने कहा कि 27 फरवरी से आहूत विधानसभा सत्र में हम सभी कर्मी अपनी जायज मांगों को उठाने का आग्रह विधायकों से करते हैं.
कोरोना काल में जान की बाजी लगाकर की राज्य की सेवा
वहीं झारखंड राज्य अनुबंधित पारा चिकत्सा कर्मी संघ के राज्य अध्यक्ष विनय कुमार सिंह ने कहा कि कोरोना काल में हमारी पीठ थपथपाने वाले लोग आज हम सभी को भूल गए हैं. अपनी जान की बाजी लगा कर राज्य को सुरक्षित रखा है. ऐसे में हमें स्थायी करने की मांग जायज है.
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