Ranchi : नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी ने लैब असिस्टेंट नियुक्ति प्रक्रिया में गड़बड़ी और अभ्यर्थियों के बीच पक्षपात का आरोप लगाया है. उन्होंने ट्वीट कर कहा है कि मामला बेहद गंभीर है: विभाग अपना स्पष्टीकरण दे. इसलिए सीबीआई जांच आवश्यक है. हेमंत राज में जेएलएसीइ–2023 में अनरिजर्व कैटेगरी में 150 में 80 अंक लाने वाले अभ्यर्थी का चयन हो गया. साथ ही होम टाउन तो छोड़िए होम विलेज के होम स्कूल में ज्वाइन करवा दिया, लेकिन बीसी वन और टू (आईआईटी के विद्यार्थी) को 130 प्लस सही करने के बावजूद भी चयन तक नहीं हुआ. 50 प्रश्न अधिक सही करने वाले आईआईटी में पढ़े ओबीसी विद्यार्थी का चयन न होना, वहीं 50 सवाल कम सही करने वाले विद्यार्थी का चयन अनरिजर्व से होना सवाल खड़ा करता है.
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100 नंबर का अंतर भी
मामला बेहद गंभीर है: विभाग अपना स्पष्टीकरण दे ⏬
इसलिए सीबीआई जांच आवश्यक है ⚠️
हेमंत राज में JLACE-2023 में 80/150 सही करने वाले "अभ्यर्थी 1" का फाइनल चयन (UR) से हो गया साथ ही Home Town छोड़िए Home Village के Home School में ज्वाइन करवा दिया। परन्तु BC-1/2 (IIT के विद्यार्थी)… pic.twitter.com/QZKiLzuO3s
— Amar Kumar Bauri (@amarbauri) July 13, 2024
बाउरी ने ट्वीट में लिखा है कि हर प्रश्न का 2 अंक अर्थात यह सिर्फ 50 प्रश्नों अंतर नहीं बल्कि पूरे 100 नंबर का अंतर है. 100 अंकों का नॉर्मलाइजेशन वाह! अभ्यर्थियों से लगातार मिल रही जानकारी के मुताबिक ये तो महज एक ट्रेलर है, ऐसा कई अभ्यर्थियों के साथ हुआ है. यह दिखता है कि किस प्रकार हेमंत सरकार झारखंड के हमारे बच्चों का भविष्य को रौंद रही है. नॉर्मलाइजेशन की आड़ में भ्रष्टाचार? हेमंत सरकार, गई इस बार.
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