Lagatar Desk: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के पहले लॉन्च मिशन के लिए उलटी गिनती शुरू हो गई है. पीएसएलवी-सी52 द्वारा पृथ्वी-अवलोकन उपग्रह ईओएस-04 को कक्षा में भेजने के लिए 25 घंटे की उलटी गिनती रविवार सुबह शुरू हुई. अंतरिक्ष एजेंसी ने यह जानकारी दी.
इसरो ने ट्वीट कर दी जानकारी
इसरो ने एक ट्वीट में कहा कि पीएसएलवी-सी52 मिशन लॉन्च के लिए 25 घंटे 30 मिनट की उलटी गिनती प्रक्रिया आज सुबह 4:29 बजे शुरू हो गई है. EOS-04 एक ‘रडार इमेजिंग सैटेलाइट’ है जिसे कृषि, वानिकी और वृक्षारोपण, मिट्टी की नमी और जल विज्ञान और बाढ़ मानचित्रण जैसे अनुप्रयोगों के साथ सभी मौसम की स्थिति में उच्च गुणवत्ता वाली तस्वीरें प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया गया है. पीएसएलवी बोल्डर के कोलोराडो विश्वविद्यालय में वायुमंडलीय और अंतरिक्ष भौतिकी प्रयोगशाला के सहयोग से विकसित भारतीय अंतरिक्ष विज्ञान और प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईएसटी) के उपग्रह इंस्पायरसैट -1 सहित दो छोटे उपग्रहों को भी ले जाएगा.
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जानिए खासियत
एनटीयू, सिंगापुर और एनसीयू, ताइवान ने भी इसमें योगदान दिया है. इस उपग्रह का उद्देश्य आयनमंडल की गतिशीलता और सूर्य की कोरोनल थर्मल प्रक्रियाओं की समझ में सुधार करना है. वहीं, दूसरा सैटेलाइट इसरो का टेक्नोलॉजी डिमॉन्स्ट्रेटर सैटेलाइट (INS-2TD) है. अपने उपकरण के रूप में एक थर्मल इमेजिंग कैमरा होने से, उपग्रह भूमि की सतह के तापमान, आर्द्रभूमि या झीलों के पानी की सतह के तापमान, वनस्पति (फसलों और जंगलों) और थर्मल जड़ता (दिन और रात) के आकलन में सहायता करेगा. यह पीएसएलवी की 54वीं उड़ान होगी और 6 पीएसओएम-एक्सएल (स्ट्रैप-ऑन मोटर्स) के साथ ‘पीएसएलवी-एक्सएल कॉन्फ़िगरेशन’ का उपयोग करने वाला 23वां मिशन होगा.