Jamshedpur : माकपा के 23वें दो दिवसीय जिला अधिवेशन की शुरुआत गोलमुरी स्थित आंध्रा क्लब में शनिवार को हुई. कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए झंडारोहण, शहीदों को श्रद्धांजलि तथा गांधीजी की तस्वीर पर माल्यार्पण कर सम्मेलन की कार्यवाही शुरू की गई. सम्मेलन का उद्घाटन सत्र कॉ जेपी सिंह के स्वागत भाषण से शुरू हुआ, कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर पार्टी के राज्य सचिव मंडल के सदस्य प्रकाश विप्लब शामिल हुए. सभा को संबोधित करते हुए प्रकाश विपल्ब ने कहा कि बडे पैमाने पर सफल हुए 27 सितंबर के भारत बंद को बड़े अखबारों में नहीं दिखाया गया, लेकिन जल्द ही यह किसान आंदोलन सरकार को सत्ता से उखाड फंेकने का काम करेगी. उन्होंने कहा कि किसान विरोधी और मजदूर विरोधी कानूनों, बेरोजगारी, मूल्य वृद्धि के मुद्दों पर संघर्ष और एकता तेजी से बढ़ती दिख रही है. उन्होंने कहा कि अन्य पार्टियों में पार्टी के शीर्ष नेतृत्व नीचे के नेताओं को मनोनीत करता है, लेकिन कॉमरेड पार्टी में निचले स्तर पर नेताओं का चुनाव कर शीर्ष तक लेकर जाते हैं. उन्होंने आगे कहा कि, कोविड का दौर इतना भयानक रहा कि इंडस्ट्रियल ऑक्सीजन की प्रोडक्शन रोक कर टाटा से बोकारो तक मेडिकल ऑक्सीजन का प्रोडक्शन शुरू हुआ. लेकिन सरकार यह मानने को तैयार नहीं है कि ऑक्सीजन की कमी से किसी की मौत हुई. कोविड का दूसरा दुष्प्रभाव 32 करोड़ नौकरियों का जाना भी माना जा रहा है.
वैश्विक बाजार में तेल की कीमतें गिर रहीं, भारत में आसमान छू रहीं
उन्होंने कहा कि आज वर्क फ्रॉम होम का कल्चर भी बढ़ा है, जो ओवर टाइम वर्क कल्चर और शोषण को बढावा दे रहा है. आज सरकार कोविड के बहाने सभी ट्रेनों को स्पेशल ही बता रही है. ट्रेन यात्रा की दर और प्लेटफॉर्म टिकट की कीमतें अब भी बढ़ी हुई हैं. वैश्विक बाजार में तेल की गिरती कीमतों के बावजूद भारत में कच्चे तेल की कीमतें आसमान छू रही हैं. सरकार का ध्यान इन सभी समस्याओं पर नहीं है. वहीं, आगामी गतिविधियों पर वह बताते हैं कि इस अधिवेशन में पार्टी को जिला स्तर पर मजबूत बनाने पर गहन चर्चा की जाएगी. अधिवेशन खत्म होने के बाद जिला स्तर पर नई कमेटी का गठन किया जाएगा जो राज्य स्तरीय सम्मेलन में हिस्सा लेगी. प्रकाश विप्लब ने अपने भाषण में राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था, राष्ट्रीय एकता, अखंडता, संघवाद, लोकतंत्र, विदेशी संबंधों के क्षेत्रों में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार द्वारा बनाए गए संकट की आलोचना की. उन्होंने अपने भाषण में कॉर्पाेरेट हुक्म के अनुसार शर्मनाक आत्मसमर्पण की नीति पर भी प्रकाश डाला तथा किसानों और मजदूरों के अधिकारों पर हमलों की निंदा की. लोकतांत्रिक अधिकारों पर हमलों और लोकतांत्रिक आंदोलन के कार्यकर्ताओं पर निरंकुश रवैये की उनके द्वारा कड़ी निंदा की गई. केंद्र में सत्तारूढ़ दल के प्रायोजन के तहत सांप्रदायिक ताकतों द्वारा शुरू की गई घृणित साजिश की भी आलोचना की गई.
सांप्रदायिक और कॉर्पाेरेट गठजोड़ के खिलाफ एकीकृत संघर्ष की जरूरत
बिरादरना वामपंथी दलों के रूप में सत्र को भाकपा के कॉ शशि कुमार और भाकपा (माले) के कॉ बीपी यादव ने भी संबोधित किया. भाकपा के जिला सचिव कॉ शशि कुमार ने प्रतिनिधियों का अभिनंदन करते हुए छद्म राष्ट्रवाद का पर्दाफाश किया और साम्राज्यवादी ताकतों के सामने केंद्र सरकार के आत्मसमर्पण की कड़ी आलोचना की. कॉ बीपी यादव ने सांप्रदायिक और कॉर्पाेरेट गठजोड़ के खिलाफ एकीकृत संघर्ष पर जोर दिया. सभी वक्ताओं ने सभी जनविरोधी हमलों के खिलाफ वामपंथी एकता को आगे बढ़ाने पर जोर दिया. उद्घाटन सत्र में जिले भर से आए प्रतिनिधियों के अलावा कई पार्टी सदस्यों और समर्थकों ने भी भाग लिया. उद्घाटन सत्र के बाद प्रतिनिधि सत्र शुरू हुआ जिसमें जिला सचिव द्वारा पिछले सम्मेलन से लेकर अब तक की गई पार्टी की गतिविधियों की रिपोर्ट रखी गयी जिस पर प्रतिनिधियों द्वारा चर्चा की गयी. साथ ही नई जिला कमेटी और दुमका में होने वाले राज्य सम्मेलन के लिए प्रतिनिधियों का चुनाव भी किया जाएगा. आज बैठक के दौरान विशेष सत्र में दिवंगत ट्रेड यूनियन नेता कॉ नरेंद्र मिश्रा को श्रद्धांजलि दी जाएगी, उनके नाम पर सम्मेलन मंच का नाम भी रखा गया है.