Nirsa अल्पसंख्यकों पर बढ़ते हमले के खिलाफ देशव्यापी विरोध के तहत बुधवार को सीपीआईएम की मैथन कमेटी के सदस्यों ने शिवलीबाड़ी में आरोप लगाया कि किसान आन्दोलन से ध्यान हटाने के लिए आरएसएस और भाजपा ने अपने साम्प्रदायिक ध्रुवीकरण के एजेंडे के तहत पूरे देश में नफरत का जहर फैलाने की साज़िश को और तेज कर दिया है. गुरुग्राम में अल्पसंख्यकों को नमाज़ पढ़ने से रोकना, असम और त्रिपुरा में भाजपा सरकार के संरक्षण में सुनियोजित तरीके से मस्जिदों और अल्पसंख्यकों के रिहायशी इलाकों पर हमले कर अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को मौत के घाट उतारे जाने की घृणित घटनाएं देश की धर्मनिरपेक्षता, संविधान और संस्कृति की गौरवशाली परम्परा पर नंगा हमला है. झारखंड में भी भाजपा के शासनकाल में 26 मॉब लिचिंग की खौफनाक घटनाओं ने अल्पसंख्यक समुदाय को भय के वातावरण में रहने के लिए मजबूर कर दिया था. सरकार बदलने के बाद भी वातावरण को विषाक्त करने की इन नफरती ताकतों का विभाजनकारी षड़यंत्र जारी है. अभी हाल में ही राजधानी रांची में एक सड़क का नाम जो काफी समय से एक अल्पसंख्यक समुदाय के प्रतिष्ठित व्यक्ति के नाम से था, उसे इन तत्वों के इशारे पर बदलकर बजरंग नगर कर दिया गया और इसकी अगुवाई कर रांची नगर निगम के उपमहापौर ने एक गैर कानूनी काम किया है. अगली कड़ी में कल कश्मीरी युवकों पर जो फेरी का काम करते हैं, साम्प्रदायिक तत्वों ने जानलेवा हमला कर उन्हें बुरी तरह घायल कर दिया. कश्मीरी ब्यापारियों के साथ रांची में इस प्रकार की घटनाएं पिछले दो साल में पांच बार हो चुकी है. हालांकि मुख्यमंत्री ने इस घटना के बाद सभी जिलों के एसपी को निर्देश देकर असामाजिक तत्वों पर कार्रवाई के लिए कहा है, लेकिन मॉब लिचिंग के पुराने मामले के पीड़ितों को राहत देने का काम बाकी है. सभा की अध्यक्षता कामरेड आमिरुलला ने की एवं संचालन सीपीआईएम चिरकुंडा लोकल के सचिव सुमना लाहिरी ने किया. मौके पर कामरेड अजित मिश्र, संतोष कुमार घोष, जियाउल अंसारी, माया लायक, वीना पाण्डे,एवं कामरेड मुश्ताक ने सभा को संबोधित किया. सभा मे कार्तिक घोष, शिवदास लाहिड़ी, प्रासंजित के साथ शिबलीबाड़ी के अल्पसंख्यक समुदाय के लोग काफी संख्या में उपस्थित थे.
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