Ranchi : जेल में बंद रहते हुए भी अपराधी अमन साहू इन दिनों सोशल मीडिया पर एक्टिव है. अमन साहू द्वारा सोशल मीडिया पर पोस्ट कर कहा गया है कि पलामू जेल सुपरिटेंडेंट प्राइवेट लिमिटेड कंपनी की तरह जेल को चला रहा है. सरकार जेल में बंद बंदियों को एक डाइट स्केल के अनुसार डाइट देती है. पलामू जेल सुपरिटेंडेंट उस डाइट स्केल का 50 प्रतिशत डाइट ही जेल का सप्लायर के हेल्प से बेच देता है. जानवरों के जैसा खाना बंदियों को खाना पड़ता है. जो पैसे वाले बंदी हैं, जेल के कैंटीन से खरीद कर खाते हे, यह कैंटीन भी बिना नियम-कानून के पलामू जेल सुपरिटेंडेंट अपने चहेते बंदी से चलवा रहा है और बाजार दर की तुलना में 40 प्रतिशत महंगे दाम पर सारी चीजें बेचता है. इसके खिलाफ उच्च अधिकारियों को कोई भी बंदी आवेदन लिखता है, तो उस लेटर को जेल से डिस्पैच ही नहीं होने दिया जाता है.
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स्पेशल सुविधा मांगने का आरोप लगा कर केस कर दिया
सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए अमन साहू ने लिखा है, मैं पिछले साल भी इस जेल में करीब दो महीना रहा, उस समय जेल आईजी सर एवं कोर्ट को यही सारी चीजों की जांच के लिए कई बार आवेदन लिखा. लेकिन मेरे एक भी आवेदन को पहुंचने नहीं दिया गया. उल्टा मुझपर धमकी देने और स्पेशल सुविधा मांगने का आरोप लगाकर केस कर दिया गया. इससे आगे अमन साहू ने लिखा है, पलामू जेल सुपरिटेंडेंट हर महीना में इस जेल से 10 लाख कमा रहा है, उस हिसाब से तो 3.6 करोड़ कमा लिये गये हैं, जो कि सिर्फ़ बंदी का खाना दाल चावल इत्यादि बेचकर कमाया है.
शिकायत करता हूं, तो जेल सुपरिटेंडेंट अपने चहेते राईट हैंड हवलदार – चंदन तिवारी से मुझे खबर भेजे रहे हैं कि अपने से मतलब रखिए, ज्यादा नेता मत बनो. कहीं भी शिकायत लिखने से कोई फायदा नहीं. अमन ने इससे आगे लिखा है, जितेंद्र कुमार (पलामू जेल सुपरिटेंडेंट) जितना आपने जेल से कमाई की हैं, आपसे वह हम जोड़ कर वसूल करेंगे, समय आने पर. बस थोड़ा समय का इंतजार करिए.
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