Ranchi: झारखंड में हत्या, लूट, चोरी, नक्सल घटनाओं में कमी आयी है. वर्ष 2018 और 2019 की तुलना में इस वर्ष इन सभी घटनाओं में कमी आयी है. जबकि वर्ष 2018 और 2019 की तुलना में 2020 में दुष्कर्म की घटनायें बढ़ी है. झारखंड में औसतन हर दिन पांच हत्या, छह दुष्कर्म, 26 चोरी, और दो लूट की घटनायें हो रही है.
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हत्या, लूट, चोरी, नक्सल हत्या और नक्सल घटनाओं में आयी कमी
झारखंड में जनवरी से लेकर सितंबर तक के आंकडे़
घटनायें |
2018 | 2019 |
2020 |
हत्या |
1491 | 1485 | 1413 |
दुष्कर्म | 1184 | 1338 | 1371 |
चोरी | 7602 | 7260 | 7063 |
लूट | 409 | 496 | 488 |
नक्सली हत्या | 15 | 15 | 5 |
नक्सली घटनायें | 264 | 238 |
238 |
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नक्सलवाद की घटना में ना ज्यादा कमी आयी, ना ज्यादा बढ़ोतरी हुई
आंकड़े बताते हैं कि अपराध और नक्सलवाद की स्थिति पहले के दो सालों की जैसी ही है. इसमें ना तो ज्यादा बढ़ोतरी हुई है और ना ही बहुत ज्यादा कमी. यानी कि कम से कम आंकड़ों में स्थिति पहले की तरह है. हालांकि आंकड़ों का अपना खेल है. अपराध या नक्सलवाद की स्थिति को सिर्फ आंकड़ों से नहीं आंका जा सकता. घटना की तीव्रता, उसके स्थान और घटना होने के तरीके से भी हालात को अलग-अलग व्याख्या करते हैं. कुछ घटनायें समाज और उसके लोगों को चौंकाते हैं. जिससे लोगों को लगता है कि अपराधियों नक्सलियों में पुलिस का डर समाप्त हो गया है.
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राज्य की कानून व्यवस्था पर डीजीपी एमवी राव सख्त नजर आ रहे
राज्य की कानून व्यवस्था पर डीजीपी एमवी राव सख्त नजर आ रहे है. डीजीपी एमवी राव के निर्देश पर सभी जिले के एसपी एसएसपी के द्वारा नक्सल, अपराधिक गिरोह, महिला अत्याचार और अवैध कारोबार के खिलाफ लगातार अभियान चलाया जा रही है. इस अभियान के दौरान झारखंड पुलिस को सफलता भी मिल रही है. बता दें कि झारखंड में नक्सली संगठन और संगठित अपराधिक गिरोह के खिलाफ झारखंड पुलिस की कार्रवाई लगातार.. जारी है. इस दौरान कई अपराधिक गैंग पर झारखंड पुलिस ने बड़ी कार्रवाई भी की है. इसके अलावा डीजीपी के निर्देश पर महिला संबंधित अत्याचार रोकने के लिए सभी जिले के एसपी के द्वारा व्हाट्सएप नंबर जारी किया गया है. और अवैध शराब के कारोबार को रोकने के लिए राज्य के सभी जिलों में डीजीपी के निर्देश पर अभियान चलाया जा रहा है.
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