Simdega : कोलेबिरा प्रखंड कार्यालय परिसर में 12 सितंबर एवं 16 सितंबर को दो दिवसीय मृत्यु प्रमाण पत्र निर्गत करने के लिए कैंप का आयोजन किया गया है. जिसमें मंगलवार 12 सितंबर को प्रखंड सभागार में मृत लोगों का मृत्यु प्रमाण पत्र निर्गत किया गया. बीडीओ अखिलेश कुमार ने कहा कि ग्रामीण जानकारी के अभाव व अन्य समस्याओं के कारण मृत्यु प्रमाण पत्र नहीं बनवा पाते थे. ग्रामीणों की इन परेशानियों को देखते हुए मृत्यु प्रमाण पत्र निर्गत कैंप का आयोजन किया गया है. इस कैंप के माध्यम से ग्रामीण अपने उन आश्रितों व परिजनों का मृत्यु प्रमाण पत्र बनवा सकते हैं, जिनकी मृत्यु हो चुकी है. मृत्यु प्रमाण पत्र निर्गत करने के लिए कैंप में सभी बीएलओ, बीएलओ पर्यवेक्षक, सभी पंचायत के मुखिया आदि मौजूद रहे. मंगलवार को कोलेबिरा प्रखंड सभागार में कुल 105 मृत्यु प्रमाण पत्र निर्गत किया गया. मौके पर बीडीओ के अलावा अधिवक्ता जुगल किशोर राम, मुखिया अनीता जड़िया, मुखिया अंजना लकड़ा, मुखिया महिमा लकड़ा, पंचायत समिति सदस्य उषा देवी एवं ज्योति कश्यप मौजूद थे.
बांस कारीगरों को का चार दिवसीय प्रशिक्षण शुरू
कोलेबिरा प्रखंड के पोगलोया गांव में डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी रूर्बन मिशन द्वारा निर्मित बांसकला केंद्र में 4 दिवसीय बांस कला मशीन के प्रशिक्षण की शुरुआत मंगलवार को की गई. इस बांसकला केंद्र में विभिन्न प्रकार के बहुउपयोगी बड़ी एवं छोटी मशीनें और उपकरण लगाए गए हैं. इन मशीनों के द्वारा कई मुस्किल काम जैसे बांस को काटना, छिलना, मोड़ना आदि आसानी से हो जाता है. 4 दिनों तक होने वाले प्रशिक्षण में प्रखंड के बांस कारीगर एवं तुरी समाज के लोगों को इन मशीनों और उपकरणों को चलाना सिखाया जाएगा. प्रशिक्षण का शुरुआत बीडीओ अखिलेश कुमार द्वारा किया गया. जिसमें उन्होंने कारीगरों को सरकार की योजनाओं की जानकारी दी, एवं बांसकला केंद्र का उपयोग कर अपनी आजीविका को बढ़ाने के लिए कारीगरों को प्रेरित किया. कार्यक्रम में उपस्थित एसडीओ विद्युत विभाग रामनंदन पासवान एवं जिला समन्वयक रूर्बन मिशन उमाशंकर ने मशीनों का निरीक्षण किया. इस कार्यक्रम में प्रखंड समन्वयक उद्योग विभाग रीतू रानी, बांस कला समिति के सचिव कलिंदर मांझी एवं कई अन्य बांस कारीगर एवं ग्रामीण उपस्थित थे.
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