Ranchi : विधानसभा में एक सवाल के जवाब में कहा गया कि राज्य में कोरोना की दोनों लहर के दौरान कुल 5133 लोगों की मौत हुई है. लेकिन इनमें से एक भी व्यक्ति की मौत ऑक्सीजन की कमी से हुई हो, ऐसी कोई रिपोर्ट सरकार को नहीं मिली है. हालांकि हेल्थ एक्सपोर्ट बताते हैं कि राज्य में ऑक्सीजन की कमी से लोगों की मौत हुई है, जिसे मेडिकल टर्म में हाइपोक्सिक डेथ कहा जाता है. वहीं स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी रिपोर्ट के मुताबिक झारखंड में कोरोना से हुई मौत का आंकड़ा राष्ट्रीय औसत से अधिक है. राष्ट्रीय औसत 1.30% है. जबकि झारखंड की मृत्यु दर 1.47% है.
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कोरोना संक्रमितों की मौत की वजह का पता लगाने के लिए होना चाहिए था पोस्टमार्टम
वहीं राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि कोरोना काल के दौरान आईसीएमआर ने हर रोज गाइडलाइंस में बदलाव किया. संक्रमितों की मौत की वजह का पता तभी चलता जब पोस्टमार्टम होता. ऐसे में आईसीएमआर को इसके लिए गाइडलाइन जारी करना चाहिए था. बन्ना गुप्ता ने कहा कि ऑक्सीजन की कमी के के कारण देशभर में लाखों लोगों की मौत हुई थी.
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इन जिलों में हुईं इतनी मौतें
बोकारो में 286, चतरा में 53, देवघर में 113, धनबाद में 381, दुमका में 47, पूर्वी सिंहभूम में 1043, गढ़वा में 94, गिरिडीह में 130, गोड्डा में 87, गुमला में 38, हजारीबाग में 186, जामताड़ा में 60, खूंटी में 96, कोडरमा में 136, लातेहार में 57, लोहरदगा में 88, पाकुड़ में 12, पलामू में 110, रामगढ़ में 197, रांची में 1585, साहिबगंज में 42, सरायकेला में 67, सिमडेगा में 92, पश्चिमी सिंहभूम में 133 संक्रमितों की मौत हुई है.