New Delhi : हनुमान जयंती के मौके पर राजधानी दिल्ली के जहांगीरपुरी में हुई हिंसा मामले में पुलिस ने बजरंग दल और विहिप के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है. विहिप और बजरंग दल पर बिना इजाजत के यात्रा निकालने का आरोप है. इस बीच जहांगीरपुरी इलाके में हनुमान जन्मोत्सव पर शनिवार शाम शोभायात्रा पर पथराव के बाद भड़की हिंसा मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी अंसार समेत 24 लोगों को गिरफ्तार किया है. इनके अलावा 2 नाबालिग भी पकड़े गए हैं. करीब 24 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है. गृह मंत्रालय ने सीआरपीएफ एवं आरएएफ की पांच अतिरिक्त कंपनियां तैनात कर दी हैं. इलाके में फिलहाल तनावपूर्ण शांति का माहौल है. गृह मंत्रालय ने एहतियात के तौर पर सीआरपीएफ और आरएएफ की पांच और कंपनियां भेजी हैं. दिल्ली पुलिस ने पूरे मामले की जांच क्राइम ब्रांच को सौंप दी है.
क्या बोले दिल्ली पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना
दिल्ली के पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना ने कहा कि हिंसा दो समूहों के बीच एक मामूली बहस के कारण हुई थी और पुलिस अभी भी सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रही है ताकि इसमें शामिल लोगों की पहचान की जा सके. राकेश अस्थाना ने कहा, अब तक 24 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. जो लोग गिरफ्तार किए गए हैं, उनमें से 8 लोग पहले भी इस तरह की घटनाओं में शामिल हो चुके हैं. सीसीटीवी और दूसरे सबूतों का विश्लेषण किया जा रहा है. घटनास्थल से पुलिस को 3 पिस्तौल और 5 तलवारें मिली हैं. ये केस क्राइम ब्रांच को सौंप दिया गया है. क्राइम ब्रांच ने 14 टीमें बनाई हैं. राकेश अस्थाना ने कहा कि क्राइम ब्रांच की टीम रविवार से ही घटनास्थल पर मौजूद है और जांच कर रही है .FSL की टीम घटनास्थल का दौरा कर सबूत इकट्ठा कर रही हैं.
ओवैसी बोले- दिल्ली दंगा प्रायोजित, सरकार चाहती थी हिंसा हो
दिल्ली के जहांगीरपुरी में हनुमान जन्मोत्सव के दौरान हुई हिंसा पर AIMIM सांसद असदुद्दीन ओवैसी लगातार केंद्र सरकार पर हमला बोल रहे हैं. उन्होंने इन हमलों पर सोमवार को हैदराबाद में प्रेस कॉन्फ्रेंस की. उन्होंने कहा कि सरकार चाहती थी कि हिंसा हो. सरकार ने इजाजत दी और हिंसा होने दी.
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ओवैसी ने केंद्र सरकार पर लगाए गंभीर आरोप
AIMIM सांसद ने जहांगीरपुरी हिंसा मामले में अपने आरोपों को दोहराते हुए एक बार फिर पुलिस की जांच पर सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि पूरे मामले की जांच सिर्फ मुस्लिमों के खिलाफ ही हो रही है. मुस्लिमों को आरोपी बनाया गया और उन्हें ही गिरफ्तार किया गया.
‘दिल्ली दंगा प्रायोजित था’
ओवैसी ने कहा कि दिल्ली के जहांगीरपुरी में दंगा सरकार द्वारा प्रायोजित किया गया था. सरकार चाहती थी हिंसा हो, इसके लिए बकायदा इजाजत दी गई और हिंसा होने दी गई. दंगे अचानक से नहीं होते, जब सरकार चाहती है तभी दंगे होते हैं. उन्होंने कहा कि शोभायात्रा के दौरान धमकी वाले नारे लगाए गए. सैकड़ों हाथों में तलवार और कट्टे थे. मस्जिद के सामने आपत्तिजनक गाने चलाए गए. शोभायात्रा में तलवारों का क्या काम?
सरकार पर हमलों की बौछार
सरकार पर हमलों की बौछार करते हुए ओवैसी ने उत्तराखंड की घटना का भी जिक्र किया, जिसमें एक मस्जिद के ऊपर झंडा लगाया गया था. उन्होंने पूछा कि मस्जिद पर झंडा क्यों लगाने दिया गया? ऐसी घटनाएं न हो इसके लिए सरकार की पूरी जिम्मेदारी होनी चाहिए.
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