Jamshedpur : साकची बसंत सिनेमा चौक स्थित श्री श्री हनुमान मंदिर निर्माण का विवाद गहराता जा रहा है. इस मामले में विधायक सरयू राय की पार्टी भारतीय जनतंत्र मोर्चा (भाजमो) के कूदने से विवाद बढ़ गया है. मंदिर की स्थापना करने वाले और वर्तमान कमेटी के अध्यक्ष सुरेन्द्र शर्मा ने भाजमो के नेताओं पर इस मामले में विवाद पैदा करने का आरोप लगाया है. मंगलवार को उनके नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल डीसी सूरज कुमार से मिलने पहुंचा. लेकिन डीसी की अनुपस्थिति में उप विकास आयुक्त से मिलकर उन्हें पूरे मामले की जानकारी दी. सुरेन्द्र शर्मा ने बताया कि उक्त मंदिर की स्थापना 1965 में उनके पिता जगदीश शर्मा ने किया था. तब से लेकर आज तक उक्त मंदिर की देखरेख और आयोजन-प्रयोजन वे ही लोग करते आ रहे हैं. उक्त स्थल से श्रीश्री बजरंग आखाड़ा भी निकलता है, जिसके लाइसेंसी प्रह्लाद साहू हैं. लेकिन वैश्विक महामारी कोविड 19 के कारण दो वर्षों तक मंदिर की देखरेख नहीं होने के कारण मंदिर और प्रतिमा अव्यवस्थित हो गई थी. छह माह पहले एसडीओ को सूचित कर मंदिर का पुनर्निर्माण शुरू कराया गया. इसमें हिन्दुवादी संगठन सनातन उत्सव समिति का सहयोग प्राप्त हो रहा है.
साकची थाना में निर्माण सामग्री चोरी की दर्ज कराई गई है प्राथमिकी
सुरेन्द्र शर्मा ने बताया कि जब से मंदिर निर्माण शुरू हुआ है. तब से भाजमो अवरुद्ध पैदा करने लगा. वर्तमान कमेटी से सम्पर्क कर कभी कमेटी गठन करने को लेकर विवाद तो कभी कमेटी में शामिल करने को लेकर विवाद शुरू करने लगे. फिर मंदिर का नामकरण को लेकर विवाद शुरू कर दिया. वे लोग मंदिर से ईंट, बालू और सीमेंट की भी चोरी करने लगे, इसकी प्राथमिकी भी साक्ष्य के साथ साकची थाना में दर्ज कराई गई है. उन्होंने उपायुक्त से ईश्वरीय कार्य को सुचारू रूप चलाने का आदेश देने और विघ्न डालने वालों पर कार्रवाई करने की मांग की. प्रतिनिधिमंडल में राकेश साहू, चिंटू सिंह, वीर सिंह, अप्पू तिवारी, हरीश राय, मनु साही, दशरथ शुक्ला, सोनू सिंह, प्रभात शाही, सोनू ठाकुर, सतनाम सिंह, पप्पू उपाध्याय, ऋषव सिंह, रणजीत सिंह, राकेश राव, सन्तोष कुमार, उमाशंकर सिंह, देवाशीष चौधरी, हैरी अन्थोनी, राकेश सिंह, अजय गुप्ता, सिद्धार्थ पांडेय, अमित संघी, कौशिक शवाई, लल्लू साहू आदि मौजूद थे.