LagatarDesk : एक बार फिर दुनियाभर की कंपनियां अपने कर्मचारियों की छंटनी कर रही है. सूत्रों की मानें तो बायजू चालू वित्त वर्ष में 3,500 कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा सकती है. ताकि कंपनी अपनी टीमों को मजबूत कर सके. साथ ही क्षेत्रीय स्तर पर ज्यादा फोकस कर सके. यह बायजू की आखिरी छंटनी होगी और पूरी प्रक्रिया अक्टूबर के अंत तक पूरी हो जायेगी. दूसरी तरफ कंपनी में करीब एक हजार लोग पहले से ही ‘नोटिस पीरियड’ पर काम कर रहे हैं. वहीं अन्य एक हजार ने अपने प्रदर्शन सुधार मापदंडों को पूरा नहीं किया है. (पढ़ें, झारखंड में कहीं पुलिस मुखबिर बताकर हत्या, तो कहीं लेवी के लिए नक्सलियों का तांडव)
डिमांड घटने के बाद कंपनी को बदलाव की जरुरत
दरअसल कोरोना काल में ऑनलाइन शिक्षा की डिमांड अचानक बढ़ गयी थी. जिसकी वजह से कंपनी ने उस दौरान भारी संख्या में कर्मचारियों को नौकरी पर रखा था. लेकिन कथित तौर पर कोरोना संक्रमण कम होने से ऑनलाइन शिक्षा की मांग कम हो गयी है. ऐसे में कंपनी को भी कुछ बदलाव करने की जरुरत है. कंपनी विभिन्न इकाइयों में मांग के मद्देनजर स्थिति का आकलन कर रही है. आकलन पूरी होने के बाद 3,000-3,500 कर्मचारी प्रभावित हो सकते हैं.
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बिजनेस रिस्ट्रक्चरिंग का काम अंतिम चरण में
बायजू के प्रवक्ता ने कहा कि ऑपरेशन स्ट्रक्चर को सरल बनाने, लागत को कम करने और बेहतर कैश फ्लो मैनेजमेंट के लिए बिजनेस रिस्ट्रक्चरिंग का काम अंतिम चरण में है. बायजू के भारत के नये सीईओ अर्जुन मोहन अगले कुछ हफ्तों में इस प्रक्रिया को पूरा करेंगे और एक नये और टिकाऊ संचालन को आगे बढ़ायेंगे.
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