Ranchi: पावर हाउस रोड चुटिया के नागरिकों ने रेल ओवर ब्रिज के लिए पास की ही रेलवे की भूमि का उपयोग करने का आग्रह किया है. स्थानीय लोगों ने कहा कि इस पुल के बनने से गरीबों का घर टूटेगा. विस्थापन होगा. इसलिए सरकार गरीबों की जमीन नहीं छिने. इसी मामले पर स्थानीय लोगों की बैठक हुई. इस बैठक में झामुमो महिला प्रकोष्ठ की केंद्रीय अध्यक्ष डॉ महुआ माजी, पदम मुकुंद नायक एवं पूर्व पार्षद विजय साहु, रामचरण विश्वकर्मा मुख्य रूप से उपस्थित हुए.
बैठक में स्थानीय लोगों ने कहा कि वह बहुत ही गरीब तबके से आते हैं. विस्थापन से उनका सब कुछ छिन जाएगा. कुछ गरीब छात्राएं भी सभा में उपस्थित थीं. उन्होंने भी वक्ताओं से निवेदन किया कि ऐसा कोई भी काम नहीं हो, जिससे उनका एकमात्र स्कूल जो कि सैकड़ों साल पुराना है तबाह हो जाए. कुछ आदिवासी वक्ताओं ने भी अपने मसना का सवाल उठाते हुए बताया कि पूर्व में भी उनके मसना को काफी हद तक अतिक्रमण कर लिया गया है. अब जो थोड़ा बहुत मसना का हिस्सा बचा हुआ है. वह भी अब पुल की भेंट चढ़ जाएगा. आदिवासी समाज के मृत लोगों के शव दफन करने की सीमित जगह और कम हो जाएगी
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पूर्व पार्षद ने सुझाया वैकल्पिक रास्ता
बैठक में पूर्व पार्षद साहु ने कहा कि झारखंड की प्राचीन राजधानी चुटिया प्रसिद्ध है. इसका सैकड़ों साल पुराना इतिहास है. यहां की संस्कृति एवं राम मंदिर जैसी प्राचीन धरोहर आज भी विद्यमान है. उन्होंने कहा की वह रेलवे ओवरब्रिज का विरोध नहीं कर रहे. बल्कि वह एक वैकल्पिक रास्ता सुझा रहे हैं. इसके अंतर्गत वर्मा सेल स्थित भारत पेट्रोलियम के गोदाम से दक्षिण स्थित रेलवे की खाली जमीन पर पुल बनाने के लिए उपयोग में लाया जा सकता है. इससे निर्माण लागत भी कम होगी और जमीन अधिग्रहण की आवश्यकता भी नहीं पड़ेगी. लोगों को विस्थापन का दंश कम झेलना पड़ेगा. लोगों को भूखे मरने की नौबत भी नहीं आएगी.
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पद्मश्री मुकुंद नायक ने क्या कहा
पद्मश्री मुकुंद नायक ने कहा कि विस्थापन की समस्या गंभीर है. हटिया जैसे उद्योग की स्थापना के बाद सैकड़ों गांव तबाह हो गए. जिनके विस्थापन का दर्द आज भी लोग झेल रहे हैं. इसलिए सरकार को सर्वमान्य रास्ता निकालना चाहिए. जिससे विस्थापन रोका जा सके.
वहीं स्थानीय झामुमो नेता रामचरण विश्वकर्मा ने आश्वासन दिया की वह स्थानीय जनता का समर्थन करते हैं. स्थानीय लोगों की आदिवासी लोगों की ही सरकार अभी सत्ता में है. इसलिए वह सभी आदिवासी मूलवासी भाइयों की आवाज को सरकार तक पहुंचा कर एक अच्छा रास्ता निकालने का प्रयास करेंगे.
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