विवाद में रिटायर्ड फौजी ने चलाई अंधाधुंध गोलियां, एक मजदूर की मौके पर ही मौत
पहले मिल रहा था पेंशन, 3 महीनों से हुआ बंद
कार्यालय में गुड्डू की ओर किसी अधिकारी का ध्यान ही नहीं जा रहा है. इतना ही नहीं दफ्तर के बाबू को गुड्डू को यहां से वहां दौड़ाने में भी नहीं शर्माते. गुड्डू शेख का कहना है कि उन्हें पहले पेंशन मिल रहा था पर अचानक पिछले तीन महीनों से इनका पेंशन नहीं आ रहा है.उन्होंन बताया कि वे आर्थिक रूप से काफ़ी कमजोर और लाचार हैं. उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के शुरु में उन्हें सिर्फ दस किलो चावल एक बार मिला है उसके बाद से अभी तक उन्हें कोई सरकारी लाभ नहीं मिल पाया है. इसे भी पढ़ें- डीलर">https://lagatar.in/profit-bothered-by-dealers-arbitrariness-accused-of-keeping-shop-closed/11200/">डीलरकी मनमानी से लाभुक परेशान, दुकान बंद रखने का लगाया आरोप