Deoghar : बाबा मंदिर में जलार्पण करने अलग-अलग प्रकार के कांवरिया आते हैं. देवघर में एक वैसा कांवरिया दिखा जिनके दोनों पैर नहीं है. सिर्फ हौसले के बल पर इस कांवरिया ने बिहार के सुल्तानगंज से देवघर तक 110 किलोमीटर की पैदल दूरी तय की. बिहार के सुपौल जिला निवासी इस कांवरिया का नाम विजय कामत है. वे 13 अगस्त को सुल्तानगंज से गंगाजल लेकर देवघर के लिए निकले. स्वतंत्रता दिवस के दिन 15 अगस्त को बाबा धाम पहुंचकर जलार्पण किया. सुल्तानगंज से देवघऱ सिर्फ चार दिनों में उन्होंने यात्रा पूरी की. उन्हें विश्वास है कि दोनों पांव नहीं रहने के बावजूद बाबा भोलेनाथ की कृपा के बदौलत ही यहां तक की यात्रा पूरी हुई. विजय कामत के दोनों पैर को किसी दुर्घटना में बुरी तरह नुकसान पहुंचा. विजय की जान को बचाने के लिए डॉक्टरों ने दोनों पांव काटकर हटा दिए.
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