Deoghar : कलश स्थापना के साथ ही नवरात्रि की शुरुआत हो गयी है. बाबा मंदिर परिसर में भी कलश स्थापना की गयी है. तीर्थ पुरोहितों द्वारा ऑनलाइन पूजा पाठ भी कराया जा रहा है. पुरोहित यहां विधि विधान से नवरात्रि का पाठ कर रहे हैं. हर साल की तरह स साल भी नवरात्रि पर बाबा के जलार्पण के लिए मिथिलांचल से बड़ी तादाद में श्रद्धालु विशेष कांवड़ के साथ पहुंच रहे हैं. नवरात्र के दौरान मिथिलांचल के लोगों में बाबा मंदिर में जलार्पण को लेकर विशेष मान्यता और उत्साह रहता है. श्रद्धालु यहां पूजा अर्चना कर बाबा वैद्यनाथ के साथ-साथ मां शक्ति का भी आशीर्वाद प्राप्त कर रहे हैं. जानकरों के अनुसार इस वर्ष हाथी पर बैठ कर मां दुर्गा का आगमन हुआ है. जो सुख, समृद्धि और खुशहाली लाने वाली होती है.
पवित्र द्वादश ज्योतिर्लिंग के साथ यहां एक प्रसिद्ध शक्तिपीठ होने के कारण नवरात्र के अवसर पर भी हज़ारों की संख्या में श्रद्धालु यहां बाबा का जलाभिषेक करने आते है. आदि शक्ति माता सती का हृदय यहां गिरने से देश के 52 शक्तिपीठों में एक शक्तिपीठ के रुप में भी इस पवित्र स्थल की मान्यता है. जानकारों के अनुसार जिस जगह पर माता सती का हृदय गिरा था, उसी जगह पर पवित्र ज्योतिर्लिंग भी स्थापित है. मान्यता है कि नवरात्र के अवसर पर बाबा के जलाभिषेक से शिव और शक्ति दोनों की एक साथ पूजा-अर्चना का फल प्राप्त होता है. सीता माता की धरती मिथिलांचल होने के कारण मिथिलांचल से बड़ी संख्या में श्रद्धालु पवित्र द्वादश ज्योतिर्लिंग का जलाभिषेक करने बाबा धाम पहुंचते हैं.
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