Jitan Kumar
Deoghar : देवघर ब्लड बैंक में रक्त की काफी कमी हो गई है. सदर अस्पताल के ब्लड बैंक मे मात्र चार यूनिट ही रक्त शेष बचे है. इसमें एबी पॉजिटिव एक, ए पॉजिटिव एक और ओ पॉजिटिव ग्रुप के दो यूनिट रक्त हैं. रक्त की कमी को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग रक्तदान के लिए विभिन्न संस्थानों से संपर्क कर रहा है.
थैलेसीमिया मरीज़ों के कारण पड़ रहा असर
ऐसा नहीं है कि देवघर में लोग रक्तदान नहीं करते. लेकिन यहां जितना रक्तदान होता है, उससे ज्यादा खपत है. थैलेसीमिया मरीज़ों के कारण रक्तकोष पर असर पड़ रहा है. प्रत्येक माह औसतन 30 यूनिट रक्त इन मरीजों को मुफ्त में दिया जाता है. केंद्र सरकार के नियमों के मुताबिक इन मरीजों को न सिर्फ मुफ्त में रक्त उपलब्ध कराना है, बल्कि बदले में ना तो किसी दूसरे का रक्त और ना ही डोनर कार्ड लेना है. कुछ समय के लिए इस पर स्थानीय स्तर पर रोक लगाया गया. लेकिन किसी ने राज्य स्तर पर शिकायत कर दी. जिसके बाद फिर से नियम के मुताबिक इन मरीज़ों को ब्लड देने का निर्देश दिया गया.
कैंप लगाकर ब्लड संग्रह करने की तैयारी
देवघर ब्लड बैंक के प्रभारी डॉक्टर विधु बिबोध ने बताया है कि देवघर में वाकई में रक्त की भारी कमी देखी जा रही है. ज़िले में कई समाजसेवियों से ब्लड डोनेट करने की बात चल रही है. जगह-जगह पर अस्थाई कैंप लगाकर ब्लड संग्रह किया जाएगा.
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