Ranchi: पुलिस पिकेट में प्रतिनियुक्त जवान बिना अनुमति के नक्सल क्षेत्र में निकल रहे हैं. ऐसे में सतर्कता नहीं बरती गई तो बड़ा खामियाजा भुगतना पड़ सकता है. इसे लेकर झारखंड पुलिस मुख्यालय के द्वारा जिले के एसपी, एसएसपी और सभी कमांडेंट को दिशा-निर्देश जारी किया गया है. जारी किये गए निर्देश में कहा गया है कि यह उनकी व्यक्तिगत जिम्मेदारी बनती है कि वे बीच-बीच में अपने-अपने क्षेत्र के ऐसे पुलिस पिकेट का औचक निरीक्षण करें. साथ ही डीएसपी, इंस्पेक्टर और थाना प्रभारी के माध्यम से भी निरीक्षण कराना सुनिश्चित करें, ताकि भविष्य में कोई बड़ी घटना न हो.
इसे भी पढ़ें-जमशेदपुर के सरकारी विभागों के 150 मामले हाईकोर्ट में लंबित, सबसे अधिक जमीन विवाद के केस
जवानों के साथ की गई थी मारपीट
पुलिस मुख्यालय के द्वारा जारी दिशा-निर्देश में कहा गया है हाल ही में एक मामला सामने आ चुका हैं. जब नक्सल प्रभावित जिले के एक पिकेट पर प्रतिनियुक्त पुलिसकर्मी बिना अनुमति के पिकेट के पास में ही आयोजित हॉकी मैच देखने के लिए गया था. तब वहां असामाजिक तत्वों ने जवान के साथ मारपीट की थी. स्थानीय ग्रामीणों के बीच-बचाव के बाद उन्हें छुड़ाया जा सका था.
पुलिसकर्मी अपने निजी दो पहिया वाहन रखे हुए हैं
पुलिस मुख्यालय के द्वारा कहा गया है कि यह भी बात सामने आई है कि पिकेट में ज्यादातर पुलिसकर्मी अपने निजी दो पहिया वाहन रखे हुए हैं, जिससे वह हाट-बाजार में बगैर अनुमति मनमाने तरीके से निकल जाते हैं. यह सुरक्षा के दृष्टिकोण से अत्यंत गंभीर मामला है. हाल में उग्रवादियों ने आइईडी ब्लास्ट की कई घटनाओं को अंजाम दिया है. इससे यह इंकार नहीं किया जा सकता है कि सावधानी नहीं बरतने पर कोई भी अप्रिय घटना घट जाएगी.
इसे भी पढ़ें-यूएस ओपन में भारत की उम्मीदों को झटका, सानिया और राजीव की जोड़ी पहले दौर में ही हारकर बाहर