Shruti Singh
Ranchi: अमूमन झारखंड में फरवरी के महीने में हल्की ठंड रहती है. लोग गर्म कपड़ों का इस्तेमाल करते हैं. लेकिन इस बार फरवरी का महीना ही मार्च के महीने जैसा एहसास कराने लगा है. लोग तपती धूप से परेशान होने लगे हैं. बिना पंखा के नहीं रह पा रहे हैं. वहीं राज्य के कई जिलों में तापमान सामान्य से चार से पांच डिग्री सेल्सियस से अधिक है. जो आने वाले मॉनसून के लिए अच्छा संकेत नहीं है. बता दें कि हर साल ठंड खत्म होते-होते रांची व आसपास के जिलों में बसंत ऋतु आ जाता था. लेकिन इस बार ठंड भी पहले खत्म हो गयी और पतझड़ का एहसास भी अब हल्का देखने को मिल रहा है, जो पहले की तरह नहीं है.
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अधिकतम तापमान सामान्य से ऊपर
मौसम विभाग के रिपोर्ट के अनुसार, राजधानी रांची में जहां अधिकतम तापमान सामान्य से 4.3°C ऊपर चला गया है. वहीं, चाईबासा का अधिकतम तापमान सामान्य से 5.9°C, बोकारो का अधिकतम तापमान सामान्य से 5.6°C, डाल्टनगंज का अधिकतम तापमान सामान्य से 3.8°C और जमशेदपुर का अधिकतम तापमान सामान्य से 4.6°C ऊपर पहुंच गया है.
बीते तीन दिनों का मौसम रिकॉर्ड
बता दें कि 25 फरवरी को रांची का अधिकतम तापमान 32.8°C रिकॉर्ड किया गया था. जबकि न्यूनतम 15.9 डिग्री सेल्सियस. इसके अलावा जमशेदपुर में अधिकतम 35.2 °C और न्यूनतम 16.3°C, डाल्टनगंज में अधिकतम 35.5°C और न्यूनतम 14.2°C तापमान रिकॉर्ड किया गया था. वहीं 24 फरवरी को रांची में अधिकतम तापमान 33°C और न्यूनतम तापमान16.5°C, जमशेदपुर में अधिकतम 37.2 °C और न्यूनतम 16°C, डाल्टनगंज में अधिकतम 35.8°C और न्यूनतम 14.6°C तापमान रिकॉर्ड किया गया था.
वहीं बात करें तो 23 फरवरी की तो रांची में अधिकतम 32.7°C और न्यूनतम 16.4°C, जमशेदपुर में अधिकतम 35.2 °C और न्यूनतम 17.7°C जबकि डाल्टनगंज में अधिकतम 34.4°C न्यूनतम 15.1°C तापमान रिकॉर्ड किया गया था, जो सामान्य से काफी अधिक हैं.
झारखंड में मौसम में बदलाव: मौसम वैज्ञानिक
मौसम वैज्ञानिक अभिषेक आनंद से बात करने पर उन्होंने बताया कि राज्य में पिछले वर्ष की तरह ही इस वर्ष भी समय से पहले गर्मी ने दस्तक दे दी है. उन्होंने कहा कि ठंड राज्य से चली गयी है. राज्य के कई जिलों में पारा सामान्य से ऊपर है. उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष भी होली से पहले राज्य में लू चलने लगी थी. इसी कारण इस बार राज्य में मॉनसून भी कम देखने को मिलेगा. अभिषेक आनंद ने कहा कि वैश्विक स्तर पर क्लाइमेट चेंज, पश्चिमी विक्षोभ के कमजोर पड़ने, पहाड़ों पर कम बर्फबारी के अलावा अलनीनो का प्रभाव और बरसात के बाद झारखंड में लंबे ड्राई स्पेल ऐसी वजहें हैं, जिसके कारण गर्मी समय से पहले आ गई है.
उन्होंने कहा कि तापमान में बढ़ोतरी सिर्फ झारखंड में नहीं देखी जा रही है, बल्कि देश के अन्य हिस्सों में भी यही स्थिति है. गुजरात और राजस्थान जैसे राज्यों में तो तापमान सामान्य से 10°C तक ऊपर चल रहा है.
अलनीनो का प्रभाव झारखंड पर भी पड़ेगा : मौसम वैज्ञानिक
अभिषेक आनंद ने बताया कि समुद्री घटना अलनीनो का असर मॉनसून पर पड़ता है. इसके साथ ही इसकी वजह से भी ठंड थोड़ा पहले खत्म हो गई है. उन्होंने कहा कि इसका आने वाले दिनों में प्रभाव यह होगा कि गर्मी लंबे वक्त तक खिंचेगा और मॉनसून की बारिश इस वर्ष कम हो सकती है. उन्होंने बताया कि कभी संयुक्त बिहार के समय में ग्रीष्म कालीन राजधानी रांची में 20 वर्ष पहले वाली रांची नहीं रही है. राजधानी बनने के बाद शहर में तेजी से कंस्ट्रक्शन, प्रदूषण, जंगल की सघनता कम होने की वजह से यहां का भी तापमान बढ़ा है. कहा कि आने वाले दिनों में स्थिति और भी खराब हो सकती है.
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