Ranchi : कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर स्वर्ण रेखा नदी सहित अन्य नदियों में श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगायी. स्वर्ण रेखा नदी में कई लोगों ने स्नान किया और भगवान सत्यनारायण की कथा सुनी. सूर्योदय से पहले ही यहां श्रद्धालुओं की भीड़ जमा होनी शुरू हो गयी थी. सुबह से ही लोग स्वर्ण रेखा नदी में स्नान-दान और पूजा-अर्चना कर रहे हैं. इस दिन स्वर्ण रेखा नदी में मेला भी लगता है. इस मेले में नामकुम, चुटिया, डोरंडा, जगन्नाथपुर, नगड़ी, बेड़ो, रामपुर, बुंडू, तमाड़, खूंटी, सिल्ली, ओरमांझी, पुरुलिया आदि कई इलाकों से श्रद्धालु स्नान-दान और पूजा-अर्चना करने पहुंचे हैं. (पढ़ें, फोर्ब्स की 20 एशियाई महिला उद्यमियों की लिस्ट जारी, भारत की तीन महिलाएं शामिल)
कार्तिक पूर्णिमा के दिन स्नान दान करने से कष्टों का होता निवारण
हिंदू धर्म में व्रत, त्योहार और स्नान का विशेष महत्व है. विशेष पर्व पर गंगा और सरोवर में स्नान कर पुण्य प्राप्ति के लिए लोग गंगा घाटों पर पहुंचते हैं. कार्तिक पूर्णिमा ऐसा ही महापर्व है. ज्योतिषों की मानें तो कार्तिक पूर्णिमा के दिन रोहिणी नक्षत्र पर गंगा स्नान के साथ दीप दान का विशेष महत्व होता है. हालाकि लोग गंगा नहीं जा पाते हैं. ऐसी स्थिति में श्रद्धालु किसी भी नदी के तट पर डुबकी लगाकर बहते पानी में दीप दान करते हैं. हिंदू मान्यताओं के अनुसार, ऐसा करने से भक्तों के सभी दुखों और कष्टों का निवारण होता है. यही कारण है कि आज सुबह से ही स्वर्ण रेखा नदी के आस- पास लोगों की भीड़ जुटना शुरु हो गयी.