Ranchi: डीजीपी नीरज सिन्हा ने सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सभी जिलों के एसएसपी, एसपी, सभी जोन के आईजी और सभी रेंज के डीआईजी के साथ समीक्षा बैठक की. इस बैठक में डीजीपी के द्वारा सभी जोन के आईजी, डीआईजी और जिले के एसएसपी, एसपी से उनके क्षेत्राधीन सभी जिलों में वतर्मान नक्सल परिदृश्य और विधि व्यवस्था में आ रही कठिनाईयों और उसके निराकरण के लिए बनायी गई ठोस नीति पर कार्य करने और नक्सल अभियानों की जानकारी सहित पूर्व से दिये गये बिन्दुओं पर चर्चा की गई.
इन बिन्दुओं पर हुई चर्चा:
– पीएलजीए सप्ताह के दौरान वामपंथी उग्रवाद परिदृश्य की समीक्षा और चल रहे अभियान की समीक्षा.
– उग्रवादियों की चल/अचल संपत्तियों की जब्ती के प्रस्तावों की स्थिति की समीक्षा.
– फरार नक्सली कमांडरों के खिलाफ इनाम घोषणा के प्रस्तावों की स्थिति की समीक्षा.
– मॉब लिंचिंग के मामलों की प्रगति और वर्तमान स्थिति की समीक्षा.
– सार्वजनिक संपत्ति अधिनियम के मामलों में प्रगति और क्षति की वर्तमान स्थिति की समीक्षा.
– तीन वर्ष, पांच वर्ष और दस वर्ष से अधिक अवधि से लंबित मामलों की समीक्षा.
– अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति अधिनियम के लंबित मामलों की समीक्षा.
अवैध कारोबार रोकने का दिया गया निर्देश
समीक्षा बैठक के दौरान डीजीपी ने राज्य के सभी पुलिस पदाधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया कि उनके क्षेत्रों में सभी प्रकार के अवैध कारोबार को रोकना सुनिश्चित करें. उसमें संलिप्त अपराधियों के विरूद्ध विधिसम्मत कार्रवाई करना सुनिश्चित करें. उन्होंने नक्सलियों के विरूद्ध चलाये जा रहे नक्सल विरोधी अभियानों में आ रही कठिनाईयों के संबंध में जानकारी लेते हुए उसके तत्काल निवारण और झारखंड पुलिस द्वारा चलाये जा रहे कल्याणकारी कोष के संदर्भ में भी दिशा-निर्देश दिये.
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नक्सल और आपराधिक गतिविधियों की दी गई जानकारी
समीक्षा बैठक में सभी जोन आईजी और डीआईजी के द्वारा राज्य में नक्सल एवं आपराधिक गतिविधियों और उस पर जिला स्तर पर की जा रही कार्रवाई के संबंध में जानकारी दी गई. डीजीपी के द्वारा बैठक में सभी जोन के आईजी और डीआईजी और जिले के एसएसपी और एसपी को विशेष दिशा-निर्देश दिये गये.
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