Dhanbad : जिले में बाइक चोरी की घटनाएं रुकने का नाम ही नहीं ले रही हैं. हालांकि उनका पता-ठिकाना ढूंढने में पुलिस विफल रही है. वर्ष 2022 के विगत तीन माह में 163 बाइक की चोरी हुई, जबकि मात्र 9 बरामद की गई और गिरोह के 11 सदस्यों की गिरफ्तारी हुई है. चोरी के अनुपात में बरामदगी और गिरफ्तारी का आंकड़ा ऊंट के मुंह में जीरा के समान है.
पकड़े जाने का भय नहीं होने से बढ़ा मनोबल
बता दें कि जिले में वर्ष 2022 के जनवरी में चोरी की 55 बाइक घटनाएं हुई. इनमें मात्र 6 बाइक बरामद की गई और 9 लोगों को बाइक चोरी के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. फरवरी में 49 बाइक चोरी हुई, जिसमे मात्र 1 बाइक की बरामदगी हुई. आरोप में एक व्यक्ति को पकड़ा भी गया. मार्च में 59 बाइक चोर उड़ा ले गए. हालांकि पुलिस को 2 बाइक बरामद करने में सफलता मिली. इस माह में भी बाइक चोरी के इल्जाम में एक व्यक्ति पकड़ा गया.
वर्ष बीतने के साथ बढ़ रहा चोरी का आंकड़ा
वर्ष 2020 में 777 वाहन चोरी की घटना हुई थी. 2021 में यह आंकड़ा बढ़ कर 689 तक पहुंच गया. चोरी का खुलासा कम होने के कारण गिरोह का मनोबल बढ़ रहा है. सूत्रों का कहना है कि धनबाद से चुराई गई बाइक जामताड़ा, देवघर, दुमका में खपाई जाती है. इसलिए बरामदगी बहुत कम हो पाती है. बाइक चोरी की ज्यादा घटनाएं हीरापुर, झरिया बाजार, कतरास और निरसा में होती हैं.
खुद रहें सावधान तो नहीं होगी चोरी : पुलिस
धनबाद पुलिस प्रवक्ता डीएसपी हेड क्वार्टर -1 अमर कुमार पांडेय का कहना है कि बाइक को चोरी से आप खुद बचा सकते हैं. बाइक में हैंडल लॉक करें, सिक्कड़ लगाकर उसमें ताला जरूर लगाएं. बाइक चोरों के पास मास्टर चाभी होती है, जिससे वे आसानी से लॉक खोल कर बाइक उड़ा ले जाने में कामयाब होते हैं.
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