Dhanbad : कोरोना के कारण सरकारी स्कूलों से दूर हुए छात्र-छात्राओं को वापस लाने के लिए धनबाद जिला शिक्षा विभाग ने ‘बैक टू स्कूल’ अभियान की शुरुआत की है. अभियान एक महीने तक चलेगा. इसके तहत चार मई तक स्कूलों में विभिन्न तरह के कार्यक्रम होंगे. इसके जरिए किसी कारणवश पढ़ाई छोड़ चुके विद्यार्थियों व नए बच्चों के नामांकन का प्रयास किया जाएगा. धनबाद के जिला शिक्षा पदाधिकारी (डीईओ) प्रबला खेस ने बताया कि सरकारी स्कूलों में फिलहाल 60 प्रतिशत बच्चे पढ़ाई के लिए आ रहे हैं. बाकी बचे 40 प्रतिशत बच्चों को स्कूल लाने के लिए यह कवायद की गई है. मंगलवार, 5 अप्रैल को धनबाद जिले के कई स्कूलों में अभियान चलाया गया.
उन्होंने बताया कि प्राथमिक व उच्च प्राथमिक कक्षा पास कर उच्च कक्षाओं में कितने बच्चों ने नामांकन लिया है और कितने ड्रॉपआउट हुए हैं इसकी गणना की जाएगी. ड्रॉपआउट बच्चों को दोबारा स्कूल से जोड़ा जाएगा. अभियान की शुरुआत जिला स्तर भी की गई है. अब इसका विस्तार प्रखंड स्तर पर किया जाएगा. उन्होंने कहा कि 6 से 18 वर्ष तक के नामांकित सभी बच्चों की उपस्थिति सुनिश्चित कराई जाएगी. विद्यालय से बाहर रह गए बच्चों का शत-प्रतिशत नामांकन व उपस्थिति सुनिश्चित करना अभियान का मुख्य उद्देश्य है.
ई-विद्या वाहिनी से दर्ज होगी उपस्थिति
डीईओ ने बताया कि बच्चों की उपस्थिति ई-विद्या वाहिनी एप से दर्ज कराई जाएगी. सभी स्कूलों को इसका नियमित पालन करना होगा. इस अभियान के तहत शिक्षक गांव-मुहल्ले में जाकर बच्चों और उनके अभिभावकों से मिलकर उन्हें जागरूक कर रहे हैं. बच्चों के लर्निंग लॉस के प्रति भी लोगों को संवेदनशील बनाया जा रहा है. माता-पिता, अभिभावक, शिक्षक व विद्यालय प्रबंधन समिति के समन्वय से लक्ष्य पाने की रूपरेखा तैयार की गई है. इसमें प्राथमिक विद्यालयों की मध्य विद्यालय व मध्य विद्यालयों की उच्च विद्यालयों के साथ मैंपिंग करने को कहा गया है. दो साल से अधिक समय बाद स्कूल खुलने पर जरूरत के अनुसार उनका रंग-रोगन, क्लास रूम की मरम्मत, शौचालय व पेयजल की समुचित व्यवस्था करने समेत अन्य निर्देश दिए गए हैं. मौके पर रूपेश गुप्ता, शिव हरि बंका, अनिल गोयल, प्रमोद गोयल आदि मौजूद रहे.
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