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Dhanbad : जिला परिषद सदस्य व नौकरी के नाम पर ठगी करने वाले संतोष महतो के महुदा वाले घर पर रोज ऐसे लोगों की भीड़ लगती है, जिनसे पैसे तो ले लिए गए पर नौकरी नहीं मिली. लगातार की टीम ने संतोष महतो के घर जाकर यह सब देखा.
इंतजार-दर -इंतजार : बंगाल के पुरुलिया, धनबाद, बोकारो से सुबह छह बजे से ही लोग आने लगते हैं. उन्हें बताया जाता है कि साहब सो रहे हैं, साहब पूजा कर रहे हैं—-. ग्यारह बजे के आसपास संतोष महतो घर से निकलता है और हाथ हिलाते हुए गाड़ी में बैठकर चल देता है. चलते- चलते लोगों से कहता है- कर रहा हूं , हो जाएगा– दूर-दूर से आए लोग कुछ कह नहीं पाते. सप्ताह भर बाद फिर आने की योगन बनाते हुए वे भी निकल लेते हैं.
दस लोगों की टोली से ठगे एक लाख अस्सी हजार : पैसे मिलने की उम्मीद के साथ पहुंचे एक पीड़ित ने लगातार टीम को बताया कि संतोष महतो ने उनसे अठारह हज़ार रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर लिए. उनके साथ नौ और लोग हैं, जिनसे अठारह हज़ार-अठारह हज़ार लिए गए. वे दस लोग सालों से पैसा वापसी की उम्मीद के साथ आते हैं, लेकिन मिलता कुछ नहीं है. कुछ ऐसे लोग भी हैं, जो उम्मीद खो चुके हैं और आना बंद कर चुके हैं .
फर्जी चेक देता है : ठगी के शिकार बने तोपचांची के एक पीड़ित ने बताया कि पैसा वापसी के नाम पर संतोष महतो नए – नए बहाने कर लोगों को बहलाता है, यही नहीं, जब कोई पीड़ित इसके घर पर प्रतिदिन हाजिरी देने लगता है, तो वह उसे फर्जी चेक थमा देता है. इस पीड़ित को भी एक फर्जी चेक मिला था, जो बाउंस हो चुका है और उसी बाउंस चेक के बदले वह पैसे लेने संतोष महतो के घर पहुंचा था.
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