Dhanbad : धनबाद (Dhanbad) स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह ने 29 सितंबर गुरुवारj को धनबाद के सरकारी अस्पतालों की स्वास्थ्य व्यवस्था का जायजा लिया. सदर अस्पताल की व्यवस्था पर उन्होंने नाराजगी जाहिर की. सिविल सर्जन को फटकार भी लगाई. स्वास्थ्य विभाग के डीपीएम गौतम कुमार सिंह और भवन प्रमंडल विभाग के इंजीनियर को ऑन स्पॉट शो कॉज किया. डीपीएम को उन्होंने बर्खास्त करने का आदेश भी दे दिया. सदर अस्पताल में कोरोना संक्रमण काल के दौरान खरीदे गए सामान और उपकरण की मौजूदा व्यवस्था देख कर सचिव काफी नाराज हुए.
नोडल प्रभारी डॉक्टर राजकुमार सिंह को भी फटकारा
उन्होंने इस दौरान वार्ड में जाकर मोबाइल से तस्वीरें भी लीं. सिविल सर्जन डॉक्टर आलोक विश्वकर्मा पर भड़कते हुए उन्होंने कहा कि इतनी अव्यवस्था के बावजूद तुम खाना कैसे खाते हो और तुम्हें नींद कैसे आती है? यहां केवल नसीहत देने के लिए हो? सिविल सर्जन समेत सदर अस्पताल के नोडल प्रभारी डॉक्टर राजकुमार सिंह को भी फटकार लगाई.
डीपीएम गौतम कुमार को बर्खास्त करने का आदेश
अस्पताल की कार्य योजना को लेकर मुख्य सचिव जानकारी मांगते रहे. लगभग 20 मिनट के बाद डीपीएम गौतम कुमार सिंह अपर मुख्य सचिव के सामने पहुंचे. उन्हें हवाई चप्पल में पहने व गुटखा चबाते देख अपर मुख्य सचिव ने ऑन स्पॉट शोकॉज किया और बर्खास्त करने का दे दिया. इसके बाद अपर मुख्य सचिव ने भवन प्रमंडल विभाग के जूनियर इंजीनियर, अस्पताल में पीएसी प्लांट लगाने वाले एजेंसी के प्रतिनिधि को भी ऑन स्पॉट शो कॉज किया. सदर अस्पताल के विभिन्न वार्डों का जायजा लेते हुए पूछा कि यहां जब 25 डॉक्टर व एक सौ से ज्यादा कर्मचारी हैं. अस्पताल में संसाधन भी परिपूर्ण है. बावजूद इंडोर में मरीज भर्ती क्यों नहीं हो रहे हैं. अधिकारियों के पास कोई जवाब नहीं था. सदर अस्पताल के बाद अपर मुख्य सचिव शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (एसएनएमएमसीएच) पहुंचे.
अस्पताल के अधीक्षक अरुण कुमार बर्णवाल पर भड़के
एसएनएमएमसीएच में भी अव्यवस्था देखकर अपर सचिव अस्पताल के अधीक्षक अरुण कुमार बर्णवाल पर भड़के. उन्होंने कहा कि अस्पताल में गंदगी इसलिए रखा जाता है, ताकि मरीज सरकारी अस्पताल न आकर, निजी अस्पताल में इलाज करवाने पर मजबूर हो जाए. साथ ही उन्होंने कहा कि जिस अस्पताल में मरीजों को खुद से पंखे खाना चादर लानी पड़े, उस अस्पताल की इलाज व्यवस्था कैसी होगी यह अंदाजा लगाना मुश्किल नहीं है. जिसके बाद सफाई के आउटसोर्सिंग एजेंसी के प्रतिनिधि को भी ऑन स्पॉट शो कॉज किया.
खिड़की के शीशे व टाइल्स टूटे देख चिंता जताई
उन्होंने एसएनएमएमसीएच के विभिन्न वार्ड, आउटडोर, कैथ लैब, ऑडिटोरियम, गर्ल्स हॉस्टल, सफाई रूम, किचन आदि का जायजा लिया. मरीजों के भोजन पर भी तीखी टिप्पणी की. कई वार्ड में खिड़की के शीशे तो कहीं टाइल्स टूटी देखकर उन्होंने गहरी चिंता जताई. कहा कि इस अस्पताल में मरीजों का इलाज इतने बदतर तरीके से होता है, इसका उन्हें अनुमान नहीं था. कैथ लैब को विकसित करने के निर्देश दिए अस्पताल के ऑडिटोरियम का सीलिंग जर्जर स्थिति में है, कई जगह टूट कर गिर भी चुके हैं. उसे ठीक कर करने के लिए कहा गया. अपर सचिव के साथ उपायुक्त संदीप सिंह, उप विकास आयुक्त शशि प्रकाश सिंह भी थे.
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