Baliapur : बाघमारा विधायक ढुलू महतो 30 नवंबर को सिंदरी पहुंचे और हर्ल (हिंदुस्तान उर्वरक लिमिटेड) प्रबंधन के खिलाफ खूब गरजे. प्रेसवार्ता में कहा कि झारखंड सरकार की तय नीति के अनुसार हर्ल में 75 प्रतिशत सीटों पर स्थानीय को नौकरी मिलनी चाहिए. लेकिन प्रशासन के कुछ अधिकारी गुंडों के एजेंट के रूप में काम कर रहे हैं. 25 अगस्त को सिंदरी में हुए बवाल पर जिला प्रशासन को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि निर्दोष ग्रामीणों को फंसाया जा रहा है.
उन्होंने कहा कि हर्ल निर्माण में काम कर चुके क्षेत्र के 400 श्रमिकों को हटाकर उत्पादन कार्य में बाहरी लोगों को लगाया गया है. कंपनी झारखंड सरकार की नियोजन नीति का की धज्जियां उड़ा रही है. हटाए गए 400 स्थानीयों को पुनः काम पर नहीं रखा गया, तो पुरजोर आंदोलन करेंगे. राइफल, बंदूक के बल पर किसी को डराया नहीं जा सकता. ज्ञात हो कि सिंदरी में 25 अगस्त को ग्रामीणों के हमले में भौरा ओपी प्रभारी हिमांशु कुमार गंभीर रूप से घायल हो गए थे. सरकार ने उन्हें इलाज के लिए एयर एंबुलेंस से दिल्ली स्थित मेदांता अस्पताल भेजा था. लंबा इलाज के बाद उनकी जान बची थी. प्रेसवार्ता में टिंकू महतो, सूरज गुप्ता, विसाल भार्गव, उज्जवल मांझी, उत्तम रवानी सहित बाघमारा विधायक के कई समर्थक मौजूद थे.
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