Dhanbad : शहरी क्षेत्र में चल रही प्रधानमंत्री आवास योजना में अब गरीबों की रूचि नहीं रही. योजना की राशि लेने के बाद भी 2700 लोगों ने अपना पक्का मकान नहीं बनाया है. इसे देखते हुए निगम ने 600 लाभुकों का आवंटन रद्द कर दिया है. अब ऐसे लोगों से राशि वापस लेने में निगम के अधिकारियों के पसीने छूट रहे हैं. निगम के कार्यपालक पदाधिकारी मो अनीस ने बताया कि 2700 लोगों को राशि 2019 से 2022 के बीच में भेजी गई है. इनके बैंक खाते में चार क़िस्त का भुगतान कर दिया गया है. इसके बाद भी इन्होंने मकान का काम पूरा नहीं किया है.
उन्होंने बताया कि 400 लोगों की छत का काम अधूरा है, जबकि 800 ने लिंटर कर काम बंद कर दिया है. 900 लोगों ने नींव तक ही काम किया है. 600 लोगों ने तो पैसा लेने के बाद काम ही शुरू नहीं किया. बार-बार नोटिस देने के बाद भी ये लोग काम शुरू नहीं कर रहे थे, इसलिये आवंटन रद्द कर दिया गया है. बाकी बचे लोगों को अल्टीमेटम दिया गया है. काम पूरा नहीं करने पर इनसे भी राशि वापस ली जायेगी.
दूसरे मद में खर्च कर दिया पैसा
कार्यपालक अधिकारी ने बताया कि ज्यादातर लोग कोलियरी साइड के हैं. कुछ ने मकान का काम धनबाद में शुरू कराया, लेकिन रहते कहीं और हैं. ज्यादातर मेहनत मजदूरी का काम करते हैं. कोरोना के कारण इनलोगों ने काम बंद कर दिया था, मकान का पैसा अन्य मद में खर्च कर दिया. इसके कारण यह परेशानी उत्तपन्न हुई. इसके बाद इन्हें कई बार मोहलत दी गई, लेकिन ये लोग आर्थिक स्थिति का हवाला देकर काम को टालते रहे. ज्ञात हो कि नगर निगम वैसे लोगों को आवास का पैसा उपलब्ध करता है जिनके पास अपनी जमीन है, लेकिन पक्का मकान नहीं है. प्रत्येक लाभुक को 2.25 लाख रुपया राशि दी जाती है.
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