Dhanbad : धनबाद (Dhanbad) धनबाद जिले के आशीर्वाद टावर अग्निकांड में परिवार व रिश्तेदार की मृत्यु की खबर से बेखबर आधा किलो मीटर दूर सिद्धिविनायक मैरिज हॉल में दुल्हन स्वाति ने सात फेरे लिए. शादी की अधिकतर रस्मों को छोड़ दिया गया. बिना गाजे-बाजे के शादी समारोह ने दुल्हन स्वाति को बेचैन कर दिया था. वह समझ रही थी कि कुछ तो है, जो उससे छिपाया जा रहा है. रस्म निभाते समय वह अपनी मां और अन्य लोगों का कुशल क्षेम जानने के लिए बेचैन रही. दूसरी ओर पत्नी की मौत से टूट चुके स्वाति के पिता सुबोध लाल जब बेटी से आंखें नहीं मिला सके तो वे कन्यादान की रस्म तक पूरी करने नहीं पहुंचे और कोने में बैठे डबडबायी आंखों से स्वाति को निहारते रहे. कन्यादान की रस्म स्वाति के भाई ने पूरी की.
4 लोगों की मौत के समाचार के बीच किसी तरह रात के 2:30 बजे शादी की सभी रस्में पूरी की गई. इसके बाद परिवार वालों ने विदाई को लेकर मंथन शुरू कर दिया. सोच रहे थे कि ऐसी स्थिति में विदाई कराई जाए या नहीं. दुल्हन स्वाति ने घायल मां को देखने की इच्छा जताई तो परिवार बाले उधेड़बुन में फंस गए कि उसे सच्चाई बताई जाए या नहीं. इस बीच किसी तरह सुबह के 5 बजे विदाई की रस्म पूरी की गई. स्वाति अपनी मां के घायल होने का समाचार लेकर ससुराल के लिए विदा हो गई. बता दें कि अग्निकांड में 14 मौत हो चुकी है. लगभग सभी मृतक चौथे तल्ले पर स्थित फ्लैट में रहने वाले सुबोध लाल श्रीवास्तव के परिवार वाले या रिश्तेदार वाले ही हैं. दुल्हन स्वाति की मां और दादा भी अब इस दुनिया में नहीं रहे.