Dhanbad : धनबाद (Dhanbad) जिले में एकमात्र सरकारी नर्सिंग स्कूल एएनएम प्रशिक्षण केंद्र शिक्षक की कमी झेल रहा है. सदर अस्पताल परिसर स्थित यह प्रशिक्षण केंद्र मात्र एक प्रिंसिपल और एक शिक्षक के भरोसे चल रहा है. स्कूल के प्रिंसिपल प्रसन्ना जून में रिटायर हो जाएंगी. इसके बाद स्कूल में बचे शिक्षक को ही प्रिंसिपल बना देने की तैयारी है. ऐसे में नर्सिंग स्कूल एक प्रिंसिपल के भरोसे ही चलेगा. नर्सिंग स्कूल में प्रत्येक वर्ष 30 छात्राओं का नामांकन होता है. कुल 60 छात्राओं के लिए सीट उपलब्ध होती है. फिलहाल 48 छात्राएं ही पढ़ाई कर रही हैं, जिनमें फर्स्ट ईयर में 27 तो सेकेंड ईयर में 21 छात्राएं पढ़ाई कर रही हैं. केंद्र में 6 शिक्षकों की जगह है, जिनमें मात्र एक शिक्षक कार्यरत हैं.
कहीं बंद न हो जाए प्रशिक्षण केंद्र
ज्ञात हो कि झारखंड नर्सेज रजिस्ट्रेशन काउंसिल की ओर से मान्यता छीन लिये जाने की चेतावनी भी दी जा चुकी है. बावजूद अभी तक सरकार की ओर से यहां शिक्षकों की कभी पूरी नहीं की गई है. ऊपर से काउंसिल ने स्पष्ट कर दिया है कि बिना शिक्षक के स्कूल नहीं चल सकता है.
छात्राएं बता चुकी हैं परेशानी, कोई असर नहीं
स्कूल की छात्राओं ने बताया कि एकमात्र शिक्षक होने की वजह से पठन-पाठन में काफी परेशानी हो रही है. नर्सिंग छात्राओं द्वारा स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से शिकायत भी की गई है. बावजूद कोई पहल नहीं की गई है. छात्राओं ने बताया कि दो वर्ष के पाठ्यक्रम के लिए नर्सिंग कंपीटीशन पास कर नामांकन मिलता है. सिविल सर्जन डॉ श्याम किशोर कांत ने स्कूल का निरीक्षण भी किया गया था. बावजूद कोई ठोस पहल नहीं की जा सकी है. वही इस पूरे मामले में स्वास्थ्य विभाग कुछ भी कहने से बच रहा है.
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