महिला ने की थी रंगदारी मांगने व झूठे आरोप में फंसाने की शिकायत
Maithan: झारखंड विधानसभा अध्यक्ष रवीन्द्रनाथ महतो ने चिरकुंडा निवासी महिला उमा अग्रवाल की शिकायत पर वहां के थाना प्रभारी पर कार्रवाई का आदेश दिया है. विस अध्यक्ष ने सोमवार 4 सितंबर को ट्विटर के जरिये चिरकुंडा थाना प्रभारी सुनील कुमार सिंह के खिलाफ लगाए आरोप को गंभीरता से लिया है.
गाली गलौज व महिलाओं से दुर्व्यवहार का आरोप
ज्ञात हो कि उमा अग्रवाल ने विगत 23 जुलाई को विधानसभा अध्यक्ष रवीन्द्रनाथ महतो को चिरकुंडा थाना प्रभारी के खिलाफ शिकायत भेजी थी. शिकायत में श्रीमती अग्रवाल ने थाना प्रभारी पर 10 लाख रुपये रंगदारी मांगने, गाली गलौज करने एवं घर की महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार का आरोप लगाया था. शिकायत में महिला ने कहा है कि विगत 16 जून को दोपहर में थाना प्रभारी सुनील कुमार सिंह सिविल ड्रेस में 8-10 लोगों के साथ उनके घर आये और पति अनूप कुमार अग्रवाल, बेटा व देवर प्रकाश कुमार अग्रवाल को गंदी गंदी गालियां देते हुए सबक सिखाने की धमकी दी.
घर आ कर थाना प्रभारी मांग रहे थे दस लाख
थाना प्रभारी हमेशा पति, देवर एवं बेटों से रुपये की मांग कर रहे थे. दबाव बना कर कई बार रुपये लिये भी थे. बावजूद हर माह उनकी मांग बढ़ती जा रही थी. अब थाना प्रभारी दस लाख रुपये की मांग कर रहे थे. मांग पूरी नहीं करने पर बिना फूड इंस्पेक्टर के घर से गोटा मसाला का सैंपल जब्त कर ले गये. पांच दिन सैंपल को अपने पास रखा.
डीजीपी, एसएसपी व ग्रामीण एसपी से भी की थी शिकायत
महिला की शिकायत है कि 21 जून को थाना प्रभारी पुनः फूड इंस्पेक्टर को लेकर उनके घर आये और जब्त किया गया सैंपल फूड इंस्पेक्टर को सौंप दिया. श्रीमती अग्रवाल का आरोप है कि थाना प्रभारी ने उन्हें फंसाने के लिए सैंपल में स्वयं मिलावट की थी, जिसकी शिकायत उन्होंने डीजीपी, रांची सहित धनबाद के एसएसपी, ग्रामीण एसपी से भी की थी. लेकिन कोई कारवाई नहीं होते देख 23 जुलाई को विधानसभा अध्यक्ष रवींद्रनाथ महतो से शिकायत की.