तबादला या वित्तीय पावर सीज करने पर हो रही है चर्चा
Dhanbad : बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय (बीबीएमकेयू) में जल्द ही बड़ा उलटफेर देखने को मिल सकता है. कुलपति प्रो डॉ शुकदेव भोई के तबादले या उनके वित्तीय पावर सीज करने के कयास लगाए जा रहे हैं. 21 सितंबर को दिन भर विवि कैंपस, छात्र संगठनों व शिक्षकों के बीच चर्चा का विषय कुलपति ही बने रहे. इसके एक दिन पहले 20 सितंबर को सिडिंकेट की बैठक में राज्यपाल के प्रतिनिधि डॉ राजीव कुमार द्वारा कुलपति पर लगाए गए आरोप व बैठक में हंगामे के बाद से इस बात को बल मिला है कि विवि में उलटफेर के आसार हैं.
प्रतिकुलपति की गवर्नर से मुलाकात के बाद गर्म हुआ माहौल
बता दें कि कुलपति डॉ शुकदेव भोई पर लगे आरोपों के बाद 18 जुलाई को राजभवन की जांच कमेटी ने विवि का दौरा किया था. यहां पूछताछ के बाद कमेटी ने कई दस्ताबेज जब्त किए थे. विगत लगभग दो माह से जांच रिपोर्ट पेंडिंग थी. 21 सितंबर को अचानक प्रति कुलपति प्रो पवन कुमार पोद्दार को राजभवन से बुलावा आया तो विवि परिसर में दिन भर कई कयास लगाए जाते रहे. हालांकि प्रति कुलपति ने इसे औपचारिक मुलाकात बताया है.
कुलपति पर लगे हैं ये आरोप
बीबीएमकेयू के कुलपति पर बीसीसीएल कैंपस के क्वार्टर में रहते हुए एचआरए लेने, टेंडर प्रक्रिया पूरी किए बगैर मैनपावर सप्लाई, करीबियों के बीच छह कैंटीन का आवंटन, बड़े पैमाने पर वस्तुओं की खरीद, बीएड कॉलेज से पैसे मांगने, कॉलेजों को फीस बढ़ाने की अनुमति देने, बिना उचित प्रक्रिया के खुले बाजार में उत्तर पुस्तिका बेचने, बिना लाइसेंस की कंपनी सिटी क्लैप को टेंडर देने, कई कॉलेजों में प्राचार्य के तबादले के बदले पैसे लेने, विकास कार्य को लेकर विव विकास फंड में प्राचार्य, शिक्षक, एचओडी व डीन से पैसे लेने, 10 महीने में 46 तबादले करने, बिना प्रक्रिया के स्वीकृत पद से ज्यादा नई नियुक्ति करने, टेंडर के बिना कोटेशन के आधार पर कार्य आवंटन का आरोप है.