- जिले में 84 हजार हेक्टेयर में धान की खेती का लक्ष्य फेल, महज 42% ही हो पाई है धनरोपनी
- पिछले दो दिनों के अंदर 37 मिलीमीटर बारिश
- नदी-नालों और अन्य जलस्रोतों में आ गई जान
Hazaribagh : बारिश से जहां किसानों के चेहरे खिल उठे हैं, वहीं शहर में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. पिछले दो दिनों से हो रही बारिश से धान के खेतों में जान आ गई है. हालांकि, अब भी लगातार बारिश की प्रतीक्षा है. जिला कृषि विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, हजारीबाग जिले में 84 हजार हेक्टेयर में धान की खेती का लक्ष्य था, लेकिन आधी धनरोपनी भी नहीं हो पाई है. अब तक करीब 42% ही धान की खेती हुई है.
पिछले दो दिनों में 37 मिमी बारिश हुई है. इतनी बारिश धान के सूख पौधों के लिए संजीवनी तो कही जा रही है, लेकिन पर्याप्त बारिश नहीं होने पर धान की फसल नहीं हो पाएगी. इचाक स्थित नीचतपुर के किसान उमेश सिंह कहते हैं कि किसी प्रकार धान की खेती की, तो बारिश ही नहीं हुई. अब बारिश हो रही है, तो एक सप्ताह मेघ जमकर बरसे, तभी धान के पौधे बच पाएंगे. कृषि विशेषज्ञ रघुनंदन प्रसाद का कहना है कि भादो पिछला पक्ष के उत्तरा यानी कन्ना नक्षत्र में हुई बारिश भिंडी, लौकी, टमाटर, बैगन, फरसबीन आदि की खेती के लिए लाभदायक है. हालांकि, करेला में कीड़ा लगने का खतरा है. हालांकि, इस बारिश से नदी-नालों और अन्य जलस्रोतों में भी जान आ गई है. कटकमसांडी की सिमराही नदी, छड़वा डैम, गोंदा डैम, रामनगर नाला आदि में जलस्तर बढ़ गए हैं.
सड़कों पर जलजमाव के कारण स्थिति नारकीय
गुरुवार सुबह हुई लगातार बारिश से कई मुहल्लों और गलियों में जलजमाव की स्थिति उत्पन्न हो गई. इससे लोगों की परेशानी बढ़ गई. नालियों का नर्क सड़कों पर दिखाई देने लगा है. हजारीबाग पगमिल स्थित फ्रेंड्स कॉलोनी, ओकनी तालाब रोड की गलियों, रामनगर चौक के रास्ते, शिवदयाल नगर आदि इलाकों में जलजमाव के कारण आवागमन में लोगों को परेशानी हुई. लगातार बारिश से शहर का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया. वहीं, डेली सब्जी मार्केट में कचरों और कीचड़ से आवाजाही में परेशानी हो रही है.
हजारीबाग में 25 हजार एकड़ जमीन की अवैध बंदोबस्ती : बीपी मेहता
- सीपीआई का एक दिवसीय धरना, डीसी को सौंपा 12 सूत्री मांगों का ज्ञापन
- बड़कागांव के गोंदलपुरा में आवंटित कोल ब्लॉक को रद्द करने की भी उठी मांग
Hazaribagh : सीपीआई कार्यकर्ताओं ने गुरुवार को नए समाहरणालय भवन के समक्ष एक दिवसीय धरना-प्रदर्शन किया. साथ ही 12 सूत्री मांगों का ज्ञापन डीसी नैंसी सहाय को सौंपा. इनमें सबसे प्रमुख गोंदलपुरा बड़कागांव में आवंटित कोल ब्लॉक को रद्द करने तथा जल, जंगल और जमीन की रक्षा करना बताया गया. हजारीबाग के पूर्व सांसद भुवनेश्वर प्रसाद मेहता ने कहा कि 25 हजार एकड़ की अवैध बंदोबस्ती जिले में कर दी गई है. इस पर न ही सरकार संज्ञान ले रही है और न ही जिला प्रशासन. उन्होंने कहा कि हजारीबाग में तालाब और नाले की जमीन बेच दी जा रही है और उसके ऊपर ही घर बना दिया जा रहा है. ऐसे में इस पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए. जिन्होंने नियम तोड़ा है, उसके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए. उन्होंने एसआईटी जांच के बारे में जानकारी दी कि देवाशीष गुप्ता की अध्यक्षता में एक समिति बनाई गई थी. उसमें कहा गया था कि तीन हजार करोड़ रुपए गलत तरह से भुगतान किया गया है. लेकिन उस मामले पर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई. ऐसे में लगता है कि हजारीबाग में सिर्फ जमीन की लूट हो रही है.
हजारीबाग को अकाल क्षेत्र घोषित करने की मांग
पूर्व सांसद ने ज्ञापन के जरिए जिला प्रशासन और सरकार से मांग की है कि हजारीबाग को अकाल क्षेत्र घोषित किया जाए. मानसून खत्म होने पर भी महज 15% धन रोपनी जिले में हुई है. किसान इस बात को लेकर चिंतित हैं कि आगे खेती कैसे करेंगे. उन्होंने मांग की है कि किसानों को अगली खेती के लिए नि:शुल्क खाद और बीज उपलब्ध कराया जाए. साथ ही सुखाड़ के लिए जो प्रावधान है, उसका लाभ भी दिलाया जाए.
आठ माह में मिले 201 मलेरिया संक्रमित मरीज, 2.21 लाख की हुई जांच
- 271 लोगों की डेंगू जांच, 34 पाए गए पॉजिटिव
- कटकमसांडी और सदर का रक्त संग्रह लक्ष्य से पीछे
- बैक्टीरिया रोग जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम की समीक्षा बैठक में कई निर्देश
Hazaribagh : बैक्टीरिया रोग नियंत्रण कार्यक्रम के तहत सिविल सर्जन सभागार में गुरुवार को अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी की अध्यक्षता में बैठक हुई. बैठक में वर्ष 2023 के जनवरी से अगस्त तक किए गए कार्यों की समीक्षा की गई. जनवरी से अबतक 2,21,940 लोगों की मलेरिया की जांच की गई. इसमें 201 व्यक्ति मलेरिया संक्रमित पाए गए. सभी मरीजों का उपचार कर दिया गया. कटकमसांडी एवं सदर का रक्त संग्रह लक्ष्य से कम रहने पर जिला वीबीडी पदाधिकारी ने लक्ष्य के अनुरूप कार्य करने तथा दिसंबर तक शत प्रतिशत लक्ष्य प्राप्ति करने के निर्देश दिये. साथ ही भारत सरकार के पोर्टल पर सभी मलेरिया संक्रमित रोगियों का आंकड़ा अपलोड करने के निर्देश दिये गये.
फाइलेरिया उन्मूलन की समीक्षा के क्रम में जिला वीबीडी पदाधिकारी ने बताया कि जिले में लगभग 821 लिम्फोटेमा के मरीज हैं. उन्हें स्टेजवाइज चिह्नित करना है. लिम्फोडेमा व्यक्ति जो स्टेज-3 एवं उससे अधिक पाये जाते हैं, तो उन्हें दिव्यांग प्रमाण पत्र निर्गत किया जाएगा.
21 सितंबर को 16 डेंगू संभावित मरीजों का सैंपल टेस्ट किया गया, सभी निगेटिव पाए गए. हजारीबाग जिले में वहीं अबतक 271 लोगों की डेंगू जांच की जा चुकी है. इसमें कुल 34 व्यक्ति डेंगू संक्रमित पाये गए हैं. वर्तमान में जिले में डेंगू के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए सभी एमटीएस एवं निगरानी निरीक्षक शहरी तथा मलेरिया योजना के निरीक्षकों को निर्देश दिया गया कि डेंगू निगरानी कार्य का प्रतिवेदन प्रतिदिन जिला मुख्यालय को उपलब्ध कराया जाए. डेंगू मरीज की सूचना मिलने पर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी के माध्यम से टीम गठित कर उक्त क्षेत्र में सघन निगरानी कार्य कराना सुनिश्चित करेंगे. शहरी मलेरिया योजना के निरीक्षकों को इस कार्य के लिए विशेष सतर्कता बरतने का निर्देश दिया गया.
बैठक में मलेरिया निरीक्षक, जिला वीबीडी सलाहकार एवं हजारीबाग जिले के सभी स्वास्थ्य केन्द्रों के निगरानी निरीक्षक एवं मलेरिया तकनीकी सुपरवाइजर एवं शहरी मलेरिया योजना के निरीक्षक उपस्थित थे.
बड़कागांव में पकड़ाए चोरी के आरोपी को जेल
Barkagaon : बड़कागांव प्रखंड के तेलियतरी निवासी जदू कुमार महतो (23 वर्ष) को पुलिस ने चोरी के आरोप में जेल भेज दिया है. वह भीम महतो का बेटा है. बड़कागांव थाना प्रभारी विनोद तिर्की ने बताया कि आरोपी जदू कुमार महतो कई दिनों से फरार चल रहा था. गुप्त सूचना मिलते ही गिरफ्तार कर उसे जेल भेज दिया गया.
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