Dhanbad : धनबाद (Dhanbad) बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय के पीजी में नामांकन की स्थिति काफी खराब है. पीजी डिपार्टमेंट एवं पीजी कॉलेजों में सेकंड मेरिट लिस्ट वेरिफिकेशन के बाद भी लगभग 35% सीटें खाली रह गई हैं. विश्वविद्यालय प्रशासन इस स्थिति को लेकर परेशान है और सीट भरने की कवायद में जुट गया है. विश्वविद्यालय के एडमिशन सेल की बैठक बुलाकर विद्यार्थियों को डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन से लेकर शुल्क जमा करने तक की प्रक्रिया पूरी करने के लिए अतिरिक्त समय देने पर विचार किया जा रहा है. विश्वविद्यालय सूत्रों की मानें तो यदि ज्यादा सीटें खाली रह जाती हैं तो विश्वविद्यालय चांसलर पोर्टल खोलकर दोबारा आवेदन लेने पर भी विचार कर सकता है.
यूजी में भी नहीं भरी थी सीटें
न्यू एजुकेशन पॉलिसी के तहत सत्र 2022 में यूजी नामांकन के दौरान भी विश्वविद्यालय को परेशानियों का सामना करना पड़ा था. क्योंकि एक के बाद एक 4 बार चांसलर पोर्टल खोलकर विद्यार्थियों को समय देने के बाद भी सीटें नहीं भरी थी. कई बार मौका देने के बाद भी विद्यार्थियों ने नामांकन को लेकर रुचि नहीं दिखाई थी. यूजी और पीजी में नामांकन को लेकर कोरोना के बाद यह स्थिति पैदा हुई है.
कई विषयों में विद्यार्थियों का रुझान ही नहीं
कई ऐसे विषय हैं, जिनमें विद्यार्थी उत्साहित नहीं है. पीजी डिपार्टमेंट के आर्ट एंड कल्चर में 5, बांग्ला में 6, एमए इन एजुकेशन में 9, फॉरेन लैंग्वेज में 4, होम साइंस में 12, फिलॉसफी में 18, मास कम्युनिकेशन में 14, लाइफ साइंस में 14, संस्कृत में 16 नामांकन हुए हैं, जो उपलब्ध सीटों के मुकाबले 10% भी नहीं है. ऐसे में इन विषयों में नामांकन की संख्या बढ़ाने को लेकर एडमिशन सेल गंभीर है.
लोकप्रिय विषयों की भी सीट खाली
व इस वर्ष हिस्ट्री, पॉलिटिकल साइंस और कॉमर्स जैसे लोकप्रिय विषयों में भी सैकड़ों सीटें खाली रह गई हैं. बोकारो स्टील सिटी कॉलेज बोकारो में इतिहास के लिए 194 आवेदन मिले थे, जिनमें से 94 फॉर्म को नामांकन के लिए अप्रूव किया गया था. इनमें मात्र 42 विद्यार्थियों ने नामांकन लिया है. पीजी डिपार्टमेंट कॉमर्स में 325 अप्रूवल में से मात्र 117, आरएसपी कॉलेज झरिया में 482 अप्रूवल में से 235, पॉलिटिकल साइंस में 200 अप्रूवल में से 50 विद्यार्थियों ने नामांकन लिया है. एसएसएलएनटी महिला कॉलेज में 135 अप्रूवल में से 77 विद्यार्थियों ने एडमिशन कराया है.