Nirsa : दुमका की छात्रा अंकिता का जलाकर मार डालने की घटना के विरोध में भाजयुमो ने निरसा चौक पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का पुतला जलाया. इस दौरान कार्यकर्ताओं ने हत्यारों को फांसी देने, परिजनों को 2 करोड़ रुपए मुआवजा, सरकारी नौकरी व पर्याप्त सुरक्षा देने, दुमका के डीएसपी नूर मुस्तफा को अविलंब गिरफ्तार करने की मांग कर रहे थे. भाजयुमो धनबाद (Dhanbad) जिला ग्रामीण के अध्यक्ष बम्पी चक्रवर्ती ने कहा कि झारखंड में समुदाय विशेष को खुश करने के लिए छात्रा को तड़प-तड़प कर मरने दिया गया. अगर सरकार चाहती, तो बेहतर इलाज के लिए बहुत कुछ कर सकती थी. जैसे रांची के उपद्रवी नदीम को हवाई जहाज से दिल्ली भेजा गया, उसी तरह अंकिता सिंह को भी बेहतर इलाज के लिए बाहर भेजा जा सकता था. लेकिन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ऐसा नहीं किया. चक्रवर्ती ने कहा कि इस मामले में जितना दोषी छात्रा को जलाने वाला शाहरूख है, उतना ही दोषी दुमका के डीएसपी नूर मुस्तफा और सीएम हैं.
पुतला दहन के मौके पर भाजपा निरसा मंडल अध्यक्ष बृहस्पति पासवान, भाजयुमो बेनागोडिया मंडल अध्यक्ष उज्जवल गोराई, अनुसूचित जाति मोर्चा केलियासोल मंडल अध्यक्ष राजेश बाउरी, भाजयुमो जिला कार्यसमिति सदस्य उत्पल बाउरी, सुरेंद्र यादव, बबलू यादव, सजल दास, विकास जासवाल, श्यामल राय, शशि चौधरी, नागेन्द्र भारती, भास्कर बाउरी, ताराकनाथ प्रामाणकि, पांचु बाउरी, बबलू तिवारी आदि उपस्थित रहे.
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