Dhanbad : बीसीसीएल ब्लॉक 2 अंतर्गत बाघमारा की बेनीडीह कोल साइडिंग में 19 नवंबर की देर रात सीआईएसएफ की गोलीबारी में 4 लोगों की मौत का मामला अब केंद्र और राज्य सरकार की लड़ाई में उलझ गया है. अंदरखाने से हर दिन नई-नई बातें छनकर सामने आ रही हैं. घटना के बाद बीसीसीएल के अधिकारी जहां चुप्पी साधे हुए हैं, वहीं धनबाद जिला प्रशासन बीसीसीएल और सीआईएसएफ पर दोषारोपण कर अपनी शाख बचाने में लगा हुआ है.
यही नहीं, राज्य सरकार को केंद्र की एजेंसी पर भरोसा नहीं है. यही वजह है कि मामले की जांच का जिम्मा सीआईडी को सौंपा गया है. तीन दिन पहले सीआईडी की टीम घटनास्थल का मुआयना कर चुकी है, लेकिन अभी तक किसी तरह का खुलासा नहीं किया है. सीआईडी धनबाद ब्रांच की इंस्पेक्टर उषा रानी ने बताया कि जांच रांची से चल रही है. इसलिए हम कुछ भी नहीं कह सकते. वैसे भी हमलोगों को कोल माइंस से जुड़ी जांच इससे पहले कभी नहीं सौंपी गई है. धनबाद में यह पहला मामला है.
सीआईडी के बयान के बाद गरमाया मामला
बेनीडीह साइडिंग की घटना के बाद सीआईएसएफ के डीआईजी विनय कजला ने घटना की जांच मानवाधिकार आयोग से कराने की बात कही थी. आयोग की टीम ने घटनास्थल का भी जायजा लिया था. इसी बीच धनबाद जिला प्रशासन और राज्य सरकार की संस्थाएं सक्रिय हो हो गईं. इधर, सीआईएसएफ ने पूर्वी जोन के महानिरीक्षक हेमराज गुप्ता ने कोर्ट ऑफ इंक्वायरी का गठन किया है. इसके लिए तीन पदाधिकारियों को नामित भी कर दिया है.
कोयला मंत्री राज्य सरकार पर कर चुके हैं दोषरोपण
पिछले दिनों ईसीएल के दौरे पर आए कोयला मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कोल माइंस में अवैध खनन के लिए सीधे तौर पर राज्य सरकार को जिम्मेदार ठहराया था. उनका कहना था कि सीआईएसएफ अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभा रही है. कोयला चोरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर उन्हें कोर्ट में ले जाना स्थानीय पुलिस का काम है, जो नहीं हो रहा है. राज्य सरकारों को अपनी एजेंसियों को मजबूत करने की जरूरत है.
सीआईएसएफ ने 2 घायल, 100 अज्ञात पर दर्ज कराया केस
ज्ञात हो कि बेनीडीह साइडिंग में सीआईएसएफ की गोली से चार लोगों की मौत हो गई थी. सीआईएसएफ ने मृतकों को कोयला चोर बताते हुए उनपर हथियार छीनने और पत्थरबाजी का आरोप लगाया था. कहा था कि इसी दौरान गोली चली थी. इस मामले में सीआईएसएफ की ओर से जख्मी बादल रवानी, रमेश राम सहित 100 अज्ञात के खिलाफ बाघमारा थाना में मुकदमा दर्ज किया गया है. लेकिन किसी की गिरफ्तारी अब तक नहीं हुई है.
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