Dhanbad : धनबाद (Dhanbad) एकल अभियान के संस्थापक मदनलाल अग्रवाला की जन्म शताब्दी के अवसर पर एकल अभियान समिति एवं अन्य सामाजिक संस्थाओं के संयुक्त तत्वावधान में 31 जनवरी को न्यू टाउन हॉल में अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त बनवासी कलाकारों द्वारा रंगारंग कार्यक्रम पेश किया गया. देशभक्ति कार्यक्रम के तहत “भारत के रंग एकल के संग” का प्रदर्शन किया गया. एकल की सुर ताल शाखा द्वारा गणेश वंदना, हनुमान चालीसा, वंदे मातरम, देश भक्ति गीत और आकर्षक कृष्ण नाटिका प्रस्तुत की गई.
इसके पूर्व कार्यक्रम की शुरुआत शाम पांच बजे हुई, जिसमें विश्व हिंदू परिषद की केंद्रीय प्रबंध कार्यकारिणी के सदस्य एवं केंद्रीय प्रन्याशी जगन्नाथ शाही मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित हुए. उन्होंने मदन लाल अग्रवाला के संकल्प एकल को ईश्वरीय कार्य बताया और सभी को इस साधना में जुटे रहने की अपील की. सुर ताल कलाकारों में करुणा ठाकुर, सुमित्रा, त्रिलोक सिंह, नीतीश कुमार, वैष्णवी मल्लिक, परमजीत कौर, रिक्की ठाकुर, सोमलता ठाकुर, उदय प्रताप, आकाश, अनिल कालिंदी, तेजनाथ और नागेंद्र शामिल थे. कार्यक्रम में सिंफर के निदेशक प्रो अरविंद कुमार मिश्रा, बीसीसीएल के सीएमडी समीरन दत्ता, आईआईटी-आईएसएम के उपनिदेशक प्रो धीरज कुमार, एमपीएल के केके सिंह और संदीप खंडेलवाल और राजकमल सरस्वती विद्या मंदिर के विनोद तुलस्यान, रमेश रिटोलिया, केशव हड़ोदिया, दीपक रुइया, अनुराधा अग्रवाल, रीता अग्रवाल, संजय सिंघल रोहित प्रसाद आदि मौजूद थे.
एक दर्जन से अधिक शिक्षण संस्थाओं, अस्पताल, भवन के थे संस्थापक
बता दें कि मदन लाल अग्रवाला राजकमल सरस्वती विद्या मंदिर, एकल विद्यालय, मारवाड़ी सम्मेलन झरिया, मातृ सदन अस्पताल, अग्रसेन भवन, बालिका विद्या मंदिर एवं मारवाड़ी विद्यालय, धनबाद पब्लिक स्कूल, स्वरूप सरस्वती विद्या मंदिर समेत कई शिक्षण संस्थाओं के संस्थापक थे. कार्यक्रम का आयोजन वन बंधु परिषद एवं श्री हरि सत्संग समिति धनबाद चैप्टर के अलावा बाल कल्याण समिति, राजकमल सरस्वती विद्या मंदिर, मारवाड़ी सम्मेलन, धनबाद क्लब, द फॉरेस्ट रिजॉर्ट, स्वरूप सरस्वती विद्या मंदिर और राउंड टेबल धनबाद द्वारा किया गया था.
क्या है एकल अभियान
ग्रामीण भारत के उत्थान में शिक्षा के महत्व को देखते हुए एकल अभियान की शुरुआत वर्ष 1987 में मदनलाल अग्रवाला द्वारा धनबाद जिले के उग्रवाद प्रभावित क्षेत्र टुंडी में की गई. आज भारत के बनवासी एवं पिछड़े क्षेत्रों में 33 चैप्टर के माध्यम से अभियान के तहत एक लाख दो हज़ार 702 एकल विद्यालय चल रहे हैं. इसके अलावा देश भर में 18 संस्कार केंद्र, 42 एकल व्हील, 63 एकल रथ, दो आरोग्य व्हील, सिलाई केंद्र, ग्राम उत्थान केंद्र आदि चल रहे हैं. आगामी वर्षों में चार लाख गांवों में एकल विद्यालय पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है. एकल विद्यालय में देश में एक लाख से ज्यादा शिक्षक जबकि 12 हज़ार 500 कार्यकर्ता अपनी सेवा दे रहे हैं.
5 फरवरी को एकल रन में भाग लेंगे जिलावासी
कार्यक्रम की अगली कड़ी में 5 फरवरी को एकल रन का आयोजन किया गया है. एकल रन सुबह 7:30 बजे धनबाद क्लब से शुरू होकर फॉरेस्ट रिजॉर्ट आमाघाटा तक जाएगा. लगभग साढ़े आठ किलोमीटर के एकल रन में 800 से अधिक प्रतिभागियों के भाग लेने की संभावना आयोजकों ने जताई है. आयोजक सीए रोहित प्रसाद ने बताया कि प्रतियोगिता में शामिल सभी प्रतिभागियों को टीशर्ट एवं सर्टिफिकेट प्रदान किया जाएगा. एकल रन के दौरान रास्ते में 10 से 15 स्थानों पर दवा, पानी, एनर्जी ड्रिंक एवं एंबुलेंस की व्यवस्था होगी. विजेता प्रतिभागी को पुरस्कृत भी किया जाएगा.