Mithilesh Kumar
Dhanbad : जिले में बीजेपी के नेताओं पर ‘दाग’ है, तो कांग्रेस के नेता भी बेदाग नहीं हैं. इस पार्टी में भी ‘दागी’ भरे हैं. पार्टी में कई ऐसे नेता हैं, जिन पर भ्रष्टाचार, छेड़खानी, मर्डर, जानलेवा हमला करने के आरोप लग चुके हैं. कुछ तो जेल की सजा भी काट चुके हैं. ये नेता आज भी राजनीति में सक्रिय हैं.
व्यापारी को ठगने का आरोप
कांग्रेस के जिला उपाध्यक्ष रविंद्र वर्मा पर एक व्यवसायी से लाखों रुपया ठगने का आरोप लग चुका है. पूर्व जिला अध्यक्ष मनोज कुमार सिंह पर छेड़खानी का आरोप लग चुका है. इस मामले में उनकी गिरफ्तारी भी हुई थी. पार्टी की जमकर किरकिरी हुई थी. पार्टी से निलंबित भी कर दिया गया था. यूथ कांग्रेस के वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष अभिजीत राज पर ‘मीठी -मीठी बात’ के आरोप लगे थे.
हत्या के 19 साल आरोपी रहे
मटकुरिया गोलीकांड मामले में पूर्व मंत्री मन्नान मल्लिक पर मामला दर्ज हुआ था. इन पर पुलिस बल को टारगेट कर हमला करवाने का आरोप लगा था. इस मामले में वे 9 महीना जेल रहे. धनसार के कोयला व्यवसायी प्रमोद सिंह की हत्या 3 अक्टूबर 2003 को गोली मारकर कर दी गई थी. हत्या का आरोप रणविजय सिंह और संतोष सिंह पर लगा था. कोर्ट में यह मामला 19 साल चला. हालांकि साक्ष्य के अभाव में दोनों को कोर्ट ने बरी कर दिया. वैभव सिन्हा पर भी एक रेस्टोरेंट में वासेपुर के छह युवाओं के साथ मारपीट और जानलेवा हमला करने का आरोप लग चुका है. इस मामले में वे तीन माह जेल में रह चुके हैं
आंदोलन करने पर मुकदमा होता है. राजनीति में झूठे आरोप भी लगाए जाते हैं . कभी-कभी विरोधी दल के लोग फंसा देते हैं. जिला कांग्रेस में अच्छे लोग हैं. -बृजेन्द्र सिंह, जिला अध्यक्ष
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