Baghmara : वसंत पंचमी व सरस्वती पूजनोत्सव करीब है. पूजनोत्सव की तैयारियों के मद्देनजर मूर्तिकारों द्वारा सरस्वती माता की मूर्ति तैयार की जा रही है. शहर से गांव तक पूजनोत्सव की धूम मची रहती है. लेकिन इस साल कोरोना के कारण पूजा की धूम थोड़ी फीकी पड़ गयी है.
मूर्तियां तैयार, नदारद हैं खरीदार : निरंजन
डेकोरेशन सहित मूर्ति बनाने वालों की रोजी रोटी पर भी असर पड़ा है. सरस्वती पूजा में डीजे व सजावट वाले दो माह पहले बुक हो जाते थे, तो मूर्ति की बुकिंग फुल होने के कारण मूर्तिकार ऑर्डर नहीं ले पाते थे. परंतु इस साल पूजा का दिन निकट होने के बावजूद सजावट वाले खाली पड़े हैं. बाघमारा के काको, राजगंज, खरणी, डोमनपुर गली, खुला बाजार आदि जगहों पर मां सरस्वती की प्रतिमा बनाने का काम जोरों पर है. राजगंज बाजार में प्रतिमा निर्माण कार्य में जुटे कलाकार कुम्हार निरंजन बताते हैं कि इस बार 5 फरवरी को वसंत पंचमी है. प्रतिमा बनाने का कार्य इस बार बहुत देर से किया गया. एक फरवरी से प्रतिमाओं में रंग भरने का कार्य शुरू हो जाएगा. इस कार्य में दिन-रात लगे हैं. मगर उस हिसाब से ऑर्डर नहीं मिल रहा है.
इस साल बुकिंग में भारी गिरावट : गोकुल
मूर्तिकारों के पास हर साल कई माह पहले से ऑर्डर आने लगते थे, लेकिन इस बार ऐसा नहीं है. वसंत पंचमी (सरस्वती पूजा) के लिए पन्द्रह दिन से भी कम समय बचा है. परंतु खरीदारों की कमी है. बाघमारा प्रखंड के राजगंज के पास मूर्तिकार गोकुल वर्ष 2000 से ही मूर्तियां बनाते आ रहे हैं. सरस्वती पूजा, दुर्गा पूजा, लक्ष्मी पूजा,छठ आदि में मूर्तियां बनाते हैं. सरस्वती पूजा में पूंजी लगाकर सैकड़ों मूर्तियां तैयार कर रहे हैं. वह बताते हैं कि इस साल बुकिंग में बहुत गिरावट है. कोरोना काल में बहुत परेशानी हो रही है.
यह भी पढ़ें : निरसा कोलियरी के सब स्टेशन में दो लाख के केबल लूट ले गए