Ravi Chourasia
Dhanbad : धनबाद (Dhanbad) नगर निगम की कार्यशैली से शहर के व्यवसायी खासे नाराज हैं. निगम ने ट्रेड लाइसेंस रिन्यूअल के नाम पर जिले के दस हज़ार व्यवसायियों से दो साल पहले करीब 25 लाख रुपए की वसूली की थी. लेकिन अब तक ट्रेड लाइसेंस जारी नहीं किया गया. निगम ने नया फरमान जारी कर ट्रेड लाइसेंस के लिए दुकान का होल्डिंग नंबर अनिवार्य कर दिया है. इससे गुस्साए कारोबारी निगम में जमा राशि लौटाने की मांग कर हैं.
झरिया चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष अमित साहू उर्फ दीपू ने बताया कि वर्ष 2021 में नगर आयुक्त सत्येंद्र कुमार के साथ जिला चैंबर की बैठक में बगैर होल्डिंग नंबर के ही ट्रेड लाइसेंस का रिन्यूअल और नए लाइसेंस बनाने पर सहमति बनी थी. इसके बाद 14 फरवरी 2021 को ट्रेड लाइसेंस रिन्यूअल कराने के लिए निगम ने कैंप लगाकर शुल्क की वसूली की. जिले के करीब 10 हज़ार व्यवसायी इसमें शामिल हुए और शुल्क के साथ 1, 2 साल और 5 साल के लिए ट्रेड लाइसेंस रिन्यूअल का शुल्क के साथ आवेदन जमा किया. कुछ ने नए लाइसेंस के लिए भी आवेदन दिया. लेकिन 2 वर्ष बीतने के बाद भी निगम ट्रेड लाइसेंस निर्गत नहीं कर रहा है. इधर, नगर आयुक्त सत्येंद्र कुमार के अनुसार, बिना होल्डिंग नंबर लाइसेंस निर्गत नहीं किया जाएगा. इससे खफा व्यवसायियों ने जमा किया गया पैसा लौटाने की मांग की है.
निगम जल्द लाइसेंस दे या पैसा लौटाए : चैंबर महासचिव
अजय नारायण लाल, महासचिव जिला चैंबर ऑफ कॉमर्स नगर आयुक्त के नए फरमान का विरोध करते हुए धनबाद जिला चैंबर ऑफ कॉमर्स के महासचिव अजय नारायण लाल ने निगम से व्यवसायियों के हित को देखते हुए ट्रेड लाइसेंस जल्द जारी करने, या फिर जमा किए गए 25 लाख रुपए वापस करने की मांग की है. उन्होंने कहा कि निगम ने व्यवसायियों के साथ धोखा किया है. पहले तो सहमति के आधार पर कैंप लगाकर व्यवसायियों से लाखों रुपए वसूल लिए गए और अब अपने वादे से पलटते हुए बिना होल्डिंग नंबर के लाइसेंस नहीं जारी करने की बात कही जा रही है. उन्होंने चेतावनी दी कि यदि ट्रेड लाइसेंस जल्द नहीं जारी किया गया, तो व्यवसायी आंदोलन करने को बाध्य होंगे.
निगम की वादाखिलाफी से चैंबर की साख पर बट्टा : आरिफ
जामाडोबा चैंबर ऑफ कॉमर्स के सचिव मोहम्मद आरिफ ने कहा कि की निगम की वादाखिलाफी से जिला चैंबर की साख पर बट्टा लगा है. छोटे व्यवसायी जमा पैसे की रसीद लेकर अपने-अपने क्षेत्र के चैंबर ऑफ कॉमर्स कार्यालय में पहुंच रहे हैं और अपना ट्रेड लाइसेंस की मांग कर रहे हैं. व्यवसायियों की नजर में धनबाद जिले के 11 चैंबर ऑफ कॉमर्स झूठे साबित हुए हैं.
चैंबर के माध्यम से निगम में जमा हुई राशि
बैंकमोड़ चैंबर ऑफ कॉमर्स – 3.5 लाख
पुरानाबाजार चैंबर ऑफ कॉमर्स – 1.17 लाख
झरिया चैंबर ऑफ कॉमर्स – 1.33 लाख
जामाडोबा चैंबर ऑफ कॉमर्स – 1.12 लाख
सिंदरी चैंबर ऑफ कॉमर्स – 50 हज़ार
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