खपत ज्यादा तो उपलब्धि कम, जेबीवीएनएल के छूट रहे पसीने
Dhanbad : भीषण गर्मी के बीच जिले में बिजली की खपत 300 मेगावाट से अधिक हो गई थी. मगर विगत दो-तीन दिनों से तापमान में लगातार गिरावट के बाद बिजली की मांग में थोड़ी कमी आई है. 20 जून मंगलवार को बिजली की मांग घटकर 270 से 280 मेगावाट पर पहुंच गई है. बावजूद बिजली आपूर्ति में झारखंड विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (जेबीवीएनएल) के पसीने छूट रहे हैं. जेबीवीएनएल को अब भी मांग के अनुरूप बिजली नहीं मिल रही है.
डीवीसी नहीं दे रहा पूरी बिजली
बता दें कि दामोदर वैली कॉर्पोरेशन (डीवीसी) जेबीवीएनएल के धनबाद सर्किल को 170-180 मेगावाट बिजली उपलब्ध करा रहा है, जबकि नेशनल ग्रिड कांड्रा से मात्र 30 मेगावाट की आपूर्ति हो रही है. जाहिर है मांग से लगभग 70-80 मेगावाट कम बिजली मिल रही है. नतीजतन बिजली संकट बना हुआ है.
सरायढेला और धैया में संकट ज्यादा
सरायढेला के पीएमसीएच व धैया के पॉलिटेक्निक और धैया सब स्टेशन के क्षेत्र के अधीन मुहल्लों में विगत 15 दिनों से बिजली संकट सामान्य से ज्यादा बना हुआ है. इन क्षेत्रों के विभिन्न 11 हज़ार वोल्ट का जंपर कटने, ट्रांसफॉर्मर जलने एवं लो-वोल्टेज की सबसे अधिक समस्या बनी हुई है. कार्यपालक अभियंता शिवेंद्र कुमार ने बताया कि बिजली की स्थिति अच्छी हुई है. रोटेशन के आधार पर सभी इलाकों में पर्याप्त बिजली उपलब्ध कराने का प्रयास किया जा रहा है. गड़बड़ी की शिकायत मिलने पर तुरंत रिपेयरिंग भी कराई जा रही है.