सिंदरी एसडीपीओ अभिषेक कुमार व झरिया थाना प्रभारी संतोष सिंह ने प्रेस-कॉन्फ्रेंस में दी जानकारी
31 जुलाई की रात धनंजय यादव के घर में घुस कर बेरहमी से की गई थी हत्या
Jharia : झरिया थाना पुलिस ने धनंजय यादव हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने का दावा करते हुए मामले का खुलासा किया है. पुलिस ने हत्याकांड में अहम किरदार विक्की वर्मा को गिरफ़्तार किया है. सिंदरी एसडीपीओ अभिषेक कुमार व झरिया थाना प्रभारी संतोष सिंह ने शनिवार 19 अगस्त को प्रेस-कॉन्फ्रेंस कर बताया कि हत्याकांड में विक्की वर्मा सहित 13 लोग शामिल थे. फिलहाल विक्की वर्मा ही गिरफ़्तार हुआ है. एसडीपीओ ने बताया कि विक्की वर्मा ने हत्याकांड में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर लिया है. मुख्य आरोपी रामबाबू धिकार सहित बाकी के 12 आरोपी अब भी फ़रार हैं.
रामबाबू धिकार ही है हत्याकांड का मास्टरमाइंड
सिंदरी एसडीपीओ अभिषेक कुमार ने बताया कि धनंजय यादव विक्की वर्मा के होटल में खाना खा कर पैसे नही देता था. ऐसे कई विवाद थे जिससे विक्की वर्मा भीतर ही भीतर धनंजय यादव से चिढ़ा हुआ था. इसी बात का फायदा रामबाबू धिकार ने उठाया. उसने धनंजय यादव की हत्या की साजिश रची और पैसे देकर अपराधियों से विक्की वर्मा की यूपी के मिर्ज़ापुर और फिर बोकारो मीटिंग करवाई.
वारदात के समय मौजूद था विक्की वर्मा
पुलिस की माने तो विंककी ने बारीकी से धनंजय यादव की हर गतिविधि की रेकी की. तैयारी के बाद उसने अपराधियों को धनंजय की हर गतिविधि की जानकारी दी. हत्याकांड के वक्त भी वो मौके पर मौजूद रहा.
हत्या के बाद बिगड़ रहा था माहौल, उठ रहे थे सवाल
गौरतलब है कि 31 जुलाई की रात झरिया थाना क्षेत्र के सिंह नगर निवासी और सिंह मेंशन समर्थक धनंजय यादव की हत्या उसके घर में घुसकर अपराधियों ने बेरहमी से कर दी थी. धनंजय हत्याकांड के बाद लोगों का गुस्सा सड़कों पर भी देखा गया. दूसरी ओर सियासी रस्साकशी में कानून व्यवस्था को लेकर सवाल उठाये जा रहे थे. इसे दो सियासी घरानों की अदावत से जोड़कर भी देखा जा रहा था. पूर्व विधायक संजीव सिंह की पत्नी रागिनी सिंह रांची में डीजीपी से लेकर राज्यपाल तक से मुलाकात कर रही थीं. लिहाज़ा पुलिस पर हत्याकांड के खुलासे के लिए चौतरफ़ा दबाव बढ़ रहा था.
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