Dhanbad : एक बार फिर बिनोद बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्व विद्यालय को प्रभारी कुलपति के भरोसे ही रहना होगा. बता दें कि 31 अगस्त 2021 को स्थायी कुलपति अंजनी कुमार श्रीवास्तव को सेवानिवृत्त हो गये थे. जिसके बाद से सभी कार्य भार प्रभारी कुलपति के भरोसे ही चल रहा है. 31 जनवरी 2022 को प्रभारी कुलपति कमल जॉन लकड़ा कमिश्नर के पद से सेवानिवृत्त हो गए थे. जिसके बाद बीबीएमकेयू के कुलपति का भी पद खाली हो गया था.
पिछले पांच दिनों से बीबीएमकेयू बिना कुलपति या प्रभारी कुलपति के चल रहा था. जिसकी वजह से विश्वविद्यालय के कई कार्य बाधित हुए है. प्रभारी कुलपति की नियुक्ति के बाद संभावना है कि जनवरी माह में स्थगित हुए परीक्षाओं को संचालित करने के लिए जल्द ही निर्णय ले लिया जाएगा. इसके साथ ही बीएड फीस मामलों को लेकर अधिक फीस लेने वाले चार बीएड कॉलेजों पर कार्रवाई होने की भी संभावना है. इसके साथ ही कॉलेज डेवलपमेंट काउंसिल, एकेडमिक काउंसिल सहित कई बैठक भी जल्द-से-जल्द होने की संभावना है. वहीं दूसरी ओर संभावना यह भी जताई जा रही है कि राजभवन स्थायी कुलपति की नियुक्ति के लिए गंभीर है. फरवरी माह के अंत तक इस पर भी अंतिम निर्णय ले लिया जाएगा.
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नए प्रभारी कुलपति बने मुकुल नारायण देव
विनोबा भावे विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो डॉ मुकुल नारायण देव को बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय का प्रभारी कुलपति नियुक्त किया गया हैं. शनिवार देर शाम राजभवन से प्रभारी कुलपति के नियुक्ति की बाबत नोटिफिकेशन जारी हुआ. रविवार होने की वजह से संभावना है कि सोमवार को वे बीबीएमकेयू के प्रभारी कुलपति का प्रभार लेंगे. प्रो डॉक्टर मुकुल नारायण देव बिनोबा भावे विवि हजारीबाग के कुलपति रह चुके हैं. डॉ मुकुल नारायण देव वैज्ञानिक के रूप में अगस्त 1985 में मुंबई भाभा एटॉमिक रिसर्च सेंटर में पदस्थापित हुए थे.
डॉ मुकुल नारायण देव देश के जाने-माने वैज्ञानिक
डॉ मुकल नारायण देव देश के जाने माने वैज्ञानिक हैं. डॉ देव की पहचान राष्ट्रीय स्तर के वैज्ञानिक के रूप में सर्वमान्य है. अमेरिका, जापान, इटली, फ्रांस, जर्मनी, ताइवान समेत कई देशों का भ्रमण कर अंतरराष्ट्रीय सेमिनार में व्याख्यान दे चुके हैं. भारत में वर्ष 2018 में जब अंतरराष्ट्रीय सेमिनार हुआ था. उसे सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की थी. जिसमें 25 देशों के वैज्ञानिकों ने भाग लिया था. राष्ट्रीय स्तर पर उनके लगभग 97 पेपर का प्रकाशन हो चुका है. इसमें अगर अंतरराष्ट्रीय पेपरों को भी शामिल कर दिया जाए तो इसकी संख्या 170 के आस-पास हो जाएगी.
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डॉ मुकुल नारायण देव की शैक्षणिक योग्यता
डॉ मुकुल नारायण देव के पिता का नाम स्वर्गीय रामलाल महतो हैं, जो सांढ बड़कागांव हजारीबाग के रहने वाले थे. मुकुल नारायण देव ने मैट्रिक- हाईस्कूल भुरकुंडा 1977, इंटर- संत कोलंबस कॉलेज हजारीबाग 1979, बीएसस- संत कोलंबस कॉलेज हजारीबाग 1981,एमएससी- बनारस हिदू विश्वविद्यालय 1981-84, पीएचडी मुंबई से की हैं.
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