Dhanbad : धनबाद (Dhanbad) धनबाद के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में इन दिनों मरीजों को दवा से ज्यादा पानी पर पैसे खर्च करने पड़ रहे हैं. अस्पताल में शुद्ध पेयजल की कमी हो गई है. मरीज व उनके परिजनों को बोतलबंद पानी खरीद कर अपनी प्यास बुझानी पड़ रही है. अस्पताल की बोरिंग दुरुस्त होने के बावजूद कई वार्डों के शौचालय में पानी की समस्या बरकरार है. पानी का यह संकट चौतरफा है. कहीं नल खराब है, तो कहीं पाइप लाइन में गड़बड़ी है. हालत यह कि नहाने-धोने की बात छोड़, पीने के पानी के लिए भी मुश्किल हो रही है.
सबसे ज्यादा परेशानी बेड पर पड़े मरीजों को
अस्पताल के कई शौचालयों में पानी नहीं पहुंचने से गंदगी और दुर्गंध के मारे बुरा हाल है. मरीज यहां स्वस्थ होने की बजाय और बीमार हो जाते हैं. अस्पताल कैंपस में एक निजी शौचालय है, जिस पर ज्यादातर मरीजों के परिजन आश्रित हैं. मगर सबसे ज्यादा परेशानी बेड पर पड़े मरीजों को हो रही है. वे शौचालय तक जाने में भी असमर्थ हैं.
शुद्ध पानी की घोर कमी
ऑर्थो वार्ड में भर्ती मरीज के परिजन श्याम सुंदर रवानी का कहना है कि वह पिछले 10 दिनों से अस्पताल में खjरीदे गए बोतलबंद पानी से काम चला रहे हैं. उन्होंने भी बताया कि अस्पताल में शुद्ध पीने के पानी की घोर कमी है. कई शौचालयों में भी पानी नहीं आ रहा है. कभी शौचालय में भी बंद बोतल पानी का इस्तेमाल करना पड़ रहा है.
घर से लाते हैं पानी, फिर भी होती है दिक्कत
अपने पुत्र का इलाज करा रहे हेमंत मिश्रा बताते हैं कि अस्पताल में गंदगी और शुद्ध पानी की कमी के कारण वह प्रतिदिन घर से पानी लाया करते हैं. बावजूद कभी कभार खपत अधिक होने के कारण उन्हें पास की दुकान से बोतल बंद पानी खरीदना पड़ रहा है.
अस्पताल में पानी की कोई कमी नहीं: अधीक्षक
अस्पताल परिसर में शुद्ध पानी और गंदगी की समस्या के बारे में एसएनएमएमसीएच के अधीक्षक अरुण कुमार बर्णवाल का कहना है कि अस्पताल में पानी की पर्याप्त व्यवस्था है. उन्होंने कहा कि अगर किसी वार्ड में पानी की समस्या है तो उसे भी जल्द दूर कर लिया जाएगा. बावजूद अगर लोग बंद बोतल का पानी खरीदकर पीना चाहते हैं तो यह उनकी परेशानी है.