Nirsa : डीवीसी ने चालू वित्तीय वर्ष में सिर्फ पानी बेच कर लगभग 300 करोड़ की कमाई की. उपभोक्ताओं से 99 फीसदी रकम भी वसूली. डीवीसी के उपभोक्ताओं में झारखंड और बंगाल की सरकार है. अनेक उद्योग ,बीसीसीएल, ईसीएल जैसी कंपनियां भी हैं. डीवीसी के रिकार्ड उत्पादन एवं मानसून की तैयारियों को लेकर मेंबर टेक्निकल एम रघुराम ने शुक्रवार, एक अप्रैल को पंचेत में अधिकारियों के साथ बैठक की. उन्होंने पंचेत एवं हाइडल से रिकार्ड बिजली उत्पादन के लिये सभी अधिकारियों को बधाई दी है.
रिकार्ड बिजली उत्पादन से भी हुआ लाभ
एम रघुराम ने इस उपलब्धि को अधिकारियों-कर्मचारियों की मेहनत का नतीजा बताया. डीवीसी ने रिकार्ड बिजली उत्पादन कर लाभ कमाया है. थर्मल में 407075 मिलियन यूनिट एवं हाइडल से 489 मिलियन यूनिट का उत्पादन हुआ है. पंचेत हाइडल ने 1959 के बाद सबसे अधिक 246 मिलियन यूनिट का उत्पादन किया. इसके लिए भी उन्होंने अधिकारियों व कर्मचारियों को बधाई दी. जानकारी के मुताबिक 2020-21 में हाइडल में काफी ब्रेक डाउन हुआ था, जो इस वर्ष शून्य रहा. बैठक में मेंबर टेक्निकल ने विश्व बैंक की मदद से डैम रिहेबिलिटेशन एंड इम्प्रूवमेंट प्रोजेक्ट (ड्रीप) के फेज 2 एवं फेज 3 का काम शुरू करने की बात कही. उन्होंने हाइडल व डैम का निरीक्षण किया. इसके अलावा मानसून को लेकर प्रेजेंटेशन भी दिया गया.
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