Baghmara : भोजपुरी, मगही और अंगिका को क्षेत्रीय भाषा में शामिल करने की घोषणा का विरोध जारी है. झारखंडी भाषा बचाओ संघर्ष समिति के तत्वावधान में 12 जनवरी को बाघमारा के शक्ति चौक पर पुतला दहन किया गया.
धनबाद जिले के बाघमारा विधायक ढुलू महतो, टुंडी विधायक मथुरा महतो, झरिया विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह,धनबाद विधायक राज सिन्हा और निरसा विधायक अपर्णा सेनगुप्ता सहित सीएम हेमंत सोरेन का पुतला दहन किया गया. आंदोलनकारियों की मानें तो इन तीनों भाषाओं को झारखंड की क्षेत्रीय भाषा में शामिल करने का सीधा असर झारखंड के युवा, छात्रों और बेरोजगारों पर दिखेगा. इएलिये इस घोषणा को अविलंब रद्द किया जाए. आंदोलनकारियों ने चेतावनी देते हुए कहा कि उनकी मांग पूरी नहीं हुई तो आंदोलन और भी उग्र करते हुए आनेवाले दिनों में धनबाद और बोकारो जिला में चक्का जाम किया जाएगा.
यह भी पढ़ें : बोकारो : भाषा बचेगी तो बचेगी हमारी संस्कृति : पूर्व मंत्री