Dhanbad: धनबाद (Dhanbad) शहर में इलेक्ट्रिक बस सेवा शुरू करने को लेकर असमंजस बना हुआ है. इलेक्ट्रिक वाहनों से जुड़ी शिकायतें, बिजली व्यवस्था और सड़कों की स्थिति को देखते हुए निगम के अधिकारी कोई अंतिम निर्णय लेने से हिचक रहे हैं.अधिकारियों का कहना है कि अभी डीपीआर भी फाइनल नहीं हुआ है. सीएनजी पर भी विचार चल रहा है. फिलहाल दिल्ली की क्रेडिबल नामक कंपनी को रोड मैप तैयार करने की दुबारा जिम्मेदारी दी गई है. कंपनी गांव से जोड़ने वाली सभी सड़कों का सर्वे करेगी. किस रूट पर लोगों की कितनी आवाजाही है, आदि चीजों को देखकर रोड मैप तैयार करेगी. कंपनी 1 माह में सर्वे रिपोर्ट सौंपेगी. इसमें सीएनजी को भी शामिल किया जा सकता है. इसके बाद इसे नगर विकास विभाग भेजा जाएगा. विभाग इस रिपोर्ट को केंद्र सरकार को भेजेगा. इस प्रक्रिया में लंबा वक्त लग सकता है.
फिलहाल शहर में कायम रहेगी पुरानी व्यवस्था
नेशनल क्लीन एयर प्रोग्राम के तहत धनबाद को पहली खेप में 40 बसें उपलब्ध कराने की योजना है. इसके बाद परिचालन के अनुरूप बसों की संख्या में बढ़ोतरी होगी. इस प्रोजेक्ट में कुल 912 करोड़ रुपये खर्च करने का लक्ष्य है. फिलहाल शहर में पुरानी व्यवस्था ही लागू रहेगी. नगर बस सेवा के रूप में निगम द्वारा चलाई जा रही पांच बसें ही सड़कों पर नजर आएंगी.
70 बसों में निगम जला चुका है हाथ
नगर बस सेवा के इस नए प्रोजेक्ट में निगम के अधिकारी अब फूंक फूंक कर कदम बढ़ा रहे हैं. इसके पहले स्वराज माजदा कंपनी की 70 बसों को चलाने में असमर्थ साबित हो चुके हैं. ज्ञात हो वर्ष 2014 में निगम ने 70 बसों को बिना किसी तैयारी के सड़कों पर उतारा था. बसें एक साल भी नहीं चल सकी. कई बार प्रयास हुआ, पर सब कुछ बेकार. अभी तक 65 बसें बस डिपो में पड़ी पड़ी कबाड़ में तब्दील हो चुकी हैं. सिर्फ पांच बसों को आउटसोर्सिंग के जरिये सड़कों पर चलाया जा रहा है.
अभी तक कुछ भी तय नहीं : मो अनीस
धनबाद नगर निगम के कार्यपालक पदाधिकारी मोहम्मद अनीस का कहना है कि इलेक्ट्रिक बस सेवा को लेकर अभी तक कुछ भी तय नहीं हुआ है. धनबाद की सड़कों पर इसे शुरू करना इतना आसान भी नहीं है. इसमें लंबा वक्त लगेगा.
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